LIC का ‘बीमा सखी योजना’ के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय के साथ समझौता

भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने कहा कि उसने ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी ‘बीमा सखी योजना’ को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया है। गोवा में 8-10 जुलाई को वित्तीय समावेशन पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन ‘अनुभूति’ के दौरान इस एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। एलआईसी ने बयान में कहा कि उसकी ‘बीमा सखी योजना’ बीमा वितरण क्षेत्र में महिलाओं की मौजूदगी को मजबूती देने के लिए बनाई गई है।

पृष्ठभूमि
भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC), देश की प्रमुख जीवन बीमा कंपनी, लंबे समय से पूरे भारत में वित्तीय सुरक्षा की आधारशिला रही है। ग्रामीण भारत में मौजूद अपार संभावनाओं और महिला-नेतृत्वित विकास के महत्व को पहचानते हुए, LIC ने ‘बीमा सखी योजना’ की शुरुआत एक लक्षित पहल के रूप में की है। यह योजना, गरीबी उन्मूलन हेतु स्वरोजगार और कौशल विकास को प्रोत्साहित करने वाले दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) के उद्देश्यों के साथ पूर्णतः मेल खाती है और इसी रणनीतिक समझौता ज्ञापन (MoU) का आधार बनती है।

महत्व
यह सहयोग ग्रामीण महिलाओं को औपचारिक वित्तीय प्रणाली में सक्रिय भागीदार के रूप में शामिल कर उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रदर्शन-आधारित एजेंसी मॉडल के माध्यम से यह योजना महिलाओं को दीर्घकालिक आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करती है, ग्रामीण क्षेत्रों में बीमा कवरेज को बढ़ाती है, और वित्तीय समावेशन व महिला-नेतृत्वित उद्यमिता के सरकारी लक्ष्यों को मजबूती देती है। यह समझौता ग्रामीण भारत में आजीविका के विकल्पों का विस्तार कर घरेलू आय को बढ़ाने में भी सहायक सिद्ध होगा।

उद्देश्य

  • बीमा क्षेत्र में करियर के अवसर देकर ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना।

  • दूरस्थ क्षेत्रों में जीवन बीमा से संबंधित वित्तीय साक्षरता और जागरूकता को बढ़ाना।

  • ग्रामीण परिवारों की आय और आर्थिक लचीलापन सुधारना।

  • महिलाओं की औपचारिक वित्तीय सेवाओं में भागीदारी को बढ़ाने हेतु DAY-NRLM के लक्ष्यों से मेल करना।

प्रमुख विशेषताएँ

  • पात्रता: केवल महिलाएं ही बीमा सखी योजना में नामांकन कर सकती हैं।

  • वृत्तिका समर्थन: प्रदर्शन के आधार पर पहले वर्ष ₹7,000, दूसरे वर्ष ₹6,000 और तीसरे वर्ष ₹5,000 की सहायता राशि।

  • करियर पथ: नियमित LIC एजेंट की तरह सभी सुविधाएँ—कमीशन, प्रोत्साहन और मान्यता प्राप्त होती है।

  • NRLM से तालमेल: स्वयं सहायता समूहों (SHGs) और महिला सामूहिक संस्थाओं के साथ एकीकरण को प्रोत्साहन।

  • क्रियान्वयन सहयोग: ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा राज्यों में मौजूदा ग्रामीण विकास ढाँचों के माध्यम से कार्यान्वयन।

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
vikash

Recent Posts

संयुक्त राष्ट्र प्रणाली: मुख्य निकाय, कोष, कार्यक्रम और विशेष एजेंसियां

यूनाइटेड नेशंस (UN) एक बड़े इंस्टीट्यूशनल सिस्टम के ज़रिए काम करता है जिसे UN सिस्टम…

22 mins ago

मिज़ोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल का 73 वर्ष की उम्र में निधन

मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ अधिवक्ता स्वराज कौशल का 4 दिसंबर 2025 को 73…

3 hours ago

Aadhaar प्रमाणीकरण लेनदेन नवंबर में 8.5 प्रतिशत बढ़कर 231 करोड़ हुए

भारत में आधार का उपयोग लगातार तेजी से बढ़ रहा है। नवंबर 2025 में, आधार…

4 hours ago

जयंद्रन वेणुगोपाल रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड का चेयरमैन और सीईओ नियुक्त

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने 3 दिसंबर 2025 को घोषणा की कि फ्लिपकार्ट के वरिष्ठ…

4 hours ago

मेघालय 2025 में शिलांग में क्षेत्रीय AI इम्पैक्ट कॉन्फ्रेंस की मेज़बानी करेगा

पूर्वोत्तर भारत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के उपयोग को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण…

4 hours ago