कैरेबियन मैंग्रोव दलदल में, शोधकर्ताओं ने विज्ञान के क्षेत्र में अब तक ज्ञात सबसे बड़ा बैक्टीरिया पाया गया। जबकि अधिकांश बैक्टीरिया छोटे होते हैं, यह इतना बड़ा है कि इसे नग्न आंखों से देखा जा सकता है। लॉरेंस बर्कले नेशनल लेबोरेटरी के एक समुद्री जीवविज्ञानी और जर्नल साइंस में खोज की रिपोर्ट करने वाले एक पेपर के सह-लेखक, जीन-मैरी वोलैंड के अनुसार, यह अब तक का सबसे बड़ा बैक्टीरिया है। यह पतला सफेद धागा अथवा मानव बरौनी के आकार का है।
.
डाउनलोड करें मई 2022 के महत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स प्रश्नोत्तर की PDF, Download Free PDF in Hindi
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
शोधकर्ताओं के अनुसार, इसके भीतर कोशिका का आकार आम बैक्टीरिया के लिए असामान्य है। एक महत्वपूर्ण अंतर यह है कि इसमें एक बड़ा केंद्रीय कम्पार्टमेंट, या इसमें रिक्तिकाए शामिल है, जो कुछ कोशिका कार्यों को पूरे कोशिका के बजाय वहां केन्द्रक में सक्षम बनाता है। बैक्टीरिया इतने विशाल होने का कारण शोधकर्ताओं के लिए अज्ञात है, हालांकि सह-लेखक वोलैंड ने प्रस्तावित किया कि यह छोटे जीवों द्वारा खाए जाने से बचने में सहायता करने के लिए एक अनुकूलन हो सकता है।
Find More Miscellaneous News Here
20 नवंबर 2024 को, केंद्र सरकार ने कानून और न्याय मंत्रालय के माध्यम से एक…
सी.आर. पाटिल, माननीय जल शक्ति मंत्री ने इंडिया वॉटर वीक 2024 के समापन समारोह के…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोविड-19 महामारी के दौरान उनके महत्वपूर्ण योगदान और भारत व कैरेबियाई…
19 नवंबर 2024 को भारत सरकार की सौर ऊर्जा निगम लिमिटेड (SECI) और H2Global Stiftung…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी नाइजीरिया यात्रा के दौरान नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला अहमद टिनूबू को…
भारत ने क्लाइमेट चेंज परफॉर्मेंस इंडेक्स (CCPI) 2025 में पिछले वर्ष की तुलना में दो…