क्लॉस श्वाब ने पांच दशक के बाद विश्व आर्थिक मंच के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया

जर्मन अर्थशास्त्री और इंजीनियर क्लाउस श्वाब, जिन्होंने 1971 में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) की स्थापना की थी, ने जिनेवा स्थित इस संस्था के अध्यक्ष और बोर्ड सदस्य के रूप में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। 87 वर्षीय श्वाब लंबे समय से हर साल होने वाले प्रतिष्ठित दावोस सम्मेलन का प्रमुख चेहरा रहे हैं, जहां दुनिया के राजनीतिक और व्यावसायिक नेता वैश्विक आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर विचार-विमर्श के लिए एकत्र होते हैं। उनका यह प्रस्थान एक युग के अंत को दर्शाता है, ऐसे समय में जब WEF को अभिजात्यवाद के आरोपों, आंतरिक सांस्कृतिक विवादों और वैश्वीकरण के खिलाफ बढ़ती आलोचनाओं जैसी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

मुख्य घटनाक्रम और पृष्ठभूमि

इस्तीफे की तारीख: 21 अप्रैल 2025 को घोषणा, 20 अप्रैल 2025 को स्वीकृत

पद: क्लाउस श्वाब ने वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) के चेयरमैन और बोर्ड सदस्य के रूप में इस्तीफा दिया

अंतरिम अध्यक्ष: उपाध्यक्ष पीटर ब्राबेक-लेटमैथे को अंतरिम नेतृत्व सौंपा गया

स्थापना वर्ष: 1971 में WEF की स्थापना वैश्विक मुद्दों पर नीति निर्माताओं और CEO को एक मंच पर लाने के उद्देश्य से की गई थी

दावोस: एक विचार से प्रतीक तक

स्थान: वार्षिक बैठक दावोस, स्विट्ज़रलैंड में 1971 से आयोजित

उद्देश्य: प्रमुख आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों पर संवाद को बढ़ावा देना

प्रतिभागी: राजनीतिक नेता, CEO, बुद्धिजीवी और प्रसिद्ध हस्तियां

प्रतीकात्मकता: वैश्वीकरण और अंतरराष्ट्रीय सहयोग का प्रतीक बन गया

आलोचनाएं और विवाद

अभिजात्यवाद की आलोचना:

WEF को आम नागरिकों की वास्तविकताओं से कटा हुआ बताया गया

वैश्विक अभिजात वर्ग के लिए केवल “बातचीत का मंच” होने का आरोप

आंतरिक संस्कृति की जांच:

2024 में वॉल स्ट्रीट जर्नल ने WEF में कथित उत्पीड़न और भेदभाव की रिपोर्ट दी

WEF ने आरोपों को खारिज किया लेकिन एक लॉ फर्म द्वारा आंतरिक समीक्षा शुरू की

वैश्वीकरण के खिलाफ वैश्विक असंतोष:

ब्रेक्सिट (2016) और डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव जैसे घटनाक्रम इस असंतोष के संकेतक

श्वाब ने 1996 में ही इस असंतोष की आशंका जताई थी, आर्थिक और सामाजिक अस्थिरता की चेतावनी दी थी

WEF की प्रासंगिकता पर चुनौतियाँ

भूराजनीतिक व्यवधान:

वैश्विक वित्तीय संकट (2007–09), रूस-यूक्रेन युद्ध (2022 से), अमेरिका की संरक्षणवादी नीतियां

गिरती प्रासंगिकता की धारणा:

विश्लेषकों के अनुसार बढ़ते राष्ट्रवाद और जनप्रियता के दौर में WEF की प्रभावशीलता घट रही है

श्वाब की विरासत और दृष्टिकोण:

उन्होंने आर्थिक असंतोष और जनप्रियता के उदय की भविष्यवाणी समय से पहले की

1996 में क्लॉड स्माडजा के साथ लिखे लेख में बताया,

  • औद्योगिक लोकतंत्रों में सार्वजनिक चिंता

  • वैश्विक आर्थिक रुझानों पर नियंत्रण के अभाव में जनप्रिय नेताओं का उदय

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vikash

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