खेलो इंडिया विंटर गेम्स 2025 (KIWG 2025) का सफल आयोजन दो चरणों में किया गया, जिसमें 19 टीमों के 400 से अधिक एथलीटों ने भाग लिया। यह प्रतिष्ठित शीतकालीन खेल आयोजन 23 जनवरी 2025 को लेह, लद्दाख में शुरू हुआ और 12 मार्च 2025 को जम्मू-कश्मीर में संपन्न हुआ। इस बार भी भारतीय सेना ने सबसे अधिक स्वर्ण पदक जीतकर ओवरऑल चैंपियन बनने का गौरव प्राप्त किया।
खेलो इंडिया विंटर गेम्स केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्रालय की एक पहल है, जिसका उद्देश्य भारत में शीतकालीन खेलों को बढ़ावा देना है। यह प्रतियोगिता एथलीटों को अपनी प्रतिभा दिखाने और शीतकालीन खेलों के विकास को प्रोत्साहित करने का मंच प्रदान करती है।
पहला चरण: लेह, लद्दाख (23-27 जनवरी 2025)
इस चरण में आइस हॉकी और आइस स्केटिंग प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं।
मुख्य स्थल:
दूसरा चरण: जम्मू-कश्मीर (9-12 मार्च 2025)
इस चरण में चार प्रमुख शीतकालीन खेलों का आयोजन हुआ:
इस संस्करण में 19 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और संस्थानों की 400 से अधिक एथलीटों ने हिस्सा लिया। यह प्रतियोगिता टीम चैंपियनशिप प्रारूप में आयोजित की गई, जहाँ व्यक्तिगत एथलीटों द्वारा जीते गए पदक उनकी संबंधित टीमों की ओवरऑल पदक तालिका में जुड़े।
नयना श्री तलुरी (तेलंगाना) ने स्पीड स्केटिंग में स्वर्ण हैट्रिक
15 वर्षीय नयना श्री तलुरी ने महिला 500 मीटर शॉर्ट ट्रैक स्पीड स्केटिंग में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया।
आंचल ठाकुर (हिमाचल प्रदेश) ने अल्पाइन स्कीइंग में दो स्वर्ण पदक जीते
गुलमर्ग में आयोजित स्लालम और जायंट स्लालम स्पर्धाओं में आंचल ठाकुर ने स्वर्ण पदक जीते।
| रैंक | राज्य/टीम | स्वर्ण | रजत | कांस्य | कुल पदक |
| 1 | भारतीय सेना | 7 | 5 | 6 | 18 |
| 2 | हिमाचल प्रदेश | 6 | 5 | 7 | 18 |
| 3 | लद्दाख | 4 | 2 | 1 | 7 |
| 4 | महाराष्ट्र | 3 | 5 | 5 | 13 |
| 5 | तमिलनाडु | 3 | 2 | 0 | 5 |
| 6 | ITBP | 2 | 5 | 3 | 10 |
| 7 | कर्नाटक | 2 | 3 | 1 | 6 |
| 8 | तेलंगाना | 2 | 1 | 2 | 5 |
| 9 | जम्मू-कश्मीर | 2 | 1 | 1 | 4 |
| 10 | उत्तराखंड | 1 | 2 | 3 | 6 |
| 11 | CRPF | 0 | 1 | 0 | 1 |
| 12 | हरियाणा | 0 | 0 | 2 | 2 |
| 13 | दिल्ली | 0 | 0 | 1 | 1 |
| 13 | मध्य प्रदेश | 0 | 0 | 1 | 1 |
भारतीय सेना ने 2024 में भी खेलो इंडिया विंटर गेम्स का खिताब जीता था, जब उन्होंने 10 स्वर्ण, 5 रजत और 6 कांस्य पदक जीते थे। 2025 में यह उनका लगातार दूसरा खिताब है, जो उनकी शीतकालीन खेलों में बढ़ती ताकत को दर्शाता है।
खेलो इंडिया विंटर गेम्स ने लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे क्षेत्रों में शीतकालीन खेलों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस आयोजन ने युवा खिलाड़ियों को एक प्रतिस्पर्धी मंच प्रदान किया है और भारत को शीतकालीन खेलों का वैश्विक केंद्र बनाने की दिशा में मजबूत कदम उठाया है।
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