केशवन रामचंद्रन बने आरबीआई के नए कार्यकारी निदेशक

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) केशवन रामचंद्रन को नया कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया है। आरबीआई ने उनकी नियुक्ति घोषणा एक जुलाई को की है। आरबीआई के नए कार्यकारी निदेशक के रूप में पदोन्नत होने से पहले केशवन रामचंद्रन जोखिम निगरानी विभाग में प्रधान मुख्य महाप्रबंधक के रूप में कार्यरत थे। केशवन रामचंद्रन ने अपने करियर के दौरान रिजर्व बैंक स्टाफ कॉलेज के प्रिंसिपल के रूप में भी काम किया। उन्होंने पांच साल से अधिक समय तक केनरा बैंक के बोर्ड में भारतीय रिजर्व बैंक के नामित सदस्य के रूप में और दो साल तक आईसीएआई के ऑडिटिंग और एश्योरेंस स्टैंडर्ड्स बोर्ड में काम किया।

समाचार में क्यों?

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने केशवन रामचंद्रन को अपना नया कार्यकारी निदेशक (Executive Director – ED) नियुक्त किया है।
यह नियुक्ति 1 जुलाई 2025 से प्रभावी है और इसे RBI के नियामक और पर्यवेक्षण नेतृत्व को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

प्रमुख बिंदु:

  • पद: कार्यकारी निदेशक (Executive Director – ED), RBI

  • नियुक्ति तिथि: 1 जुलाई 2025

  • आवंटित विभाग: नियमन विभाग – प्रूडेंशियल रेगुलेशन डिवीजन (Prudential Regulation Division)

पृष्ठभूमि और करियर अनुभव:

  • 30 वर्षों से अधिक का अनुभव रखने वाले वरिष्ठ केंद्रीय बैंकर

  • पूर्व में RBI में जोखिम निगरानी विभाग (Risk Monitoring Department) के प्रिंसिपल चीफ जनरल मैनेजर रहे

  • अनुभव के क्षेत्र:

    • मुद्रा प्रबंधन (Currency Management)

    • बैंक और NBFC पर्यवेक्षण

    • प्रशिक्षण एवं प्रशासन

  • RBI के स्टाफ कॉलेज के प्राचार्य के रूप में कार्य कर चुके हैं – केंद्रीय बैंकिंग प्रशिक्षण रणनीतियों को आकार दिया

  • कैनरा बैंक के निदेशक मंडल में RBI के प्रतिनिधि के रूप में 5 वर्षों से अधिक सेवा

  • ICAI के ऑडिटिंग एंड एश्योरेंस स्टैंडर्ड बोर्ड में 2 वर्षों तक सक्रिय योगदान

नियुक्ति का महत्व:

  • वैश्विक बैंकिंग अस्थिरताओं के बीच, RBI के प्रूडेंशियल रेगुलेशन ढांचे को सुदृढ़ करने में उनका अनुभव उपयोगी होगा

  • जोखिम मूल्यांकन और नियामकीय अनुपालन में उनका योगदान वित्तीय स्थिरता को मज़बूत करेगा

  • यह नियुक्ति RBI की अनुभवी नेतृत्व को महत्व देने की नीति को दर्शाती है, विशेष रूप से पर्यवेक्षण से जुड़े विभागों में

  • तेज़ी से बदलते वित्तीय परिदृश्य में उभरती चुनौतियों का सामना करने के लिए यह एक रणनीतिक कदम है

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vikash

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