जस्टिस पवनकुमार भीमप्पा बजंथरी ने रविवार, 21 सितंबर को पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। वो उच्च न्यायालय के 46वें चीफ जस्टिस बने हैं। पटना स्थित राजभवन में आयोजित एक समारोह में बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने उन्हें शपथ दिलाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। अब तक जस्टिस बजंथरी पटना हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश थे।
वरिष्ठ न्यायाधीश, जिनके पास न्यायिक कार्य का व्यापक अनुभव है।
मुख्य न्यायाधीश बनने से पहले वे विभिन्न उच्च न्यायालयों में सेवारत रहे।
उन्होंने संवैधानिक मुद्दों और न्यायिक सुधारों में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
उनका उत्थान, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम और भारत सरकार द्वारा अनुमोदित न्यायिक पुनर्संरचना का हिस्सा है।
न्यायिक नेतृत्व: पटना उच्च न्यायालय के प्रशासन, मामलों के प्रबंधन और सुधारों का नेतृत्व करेंगे।
बिहार न्यायपालिका को मजबूती: लंबित मामलों को निपटाने और न्यायिक बुनियादी ढाँचे को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
न्यायिक स्थानांतरण व पदोन्नति का हिस्सा: हाल ही में कई उच्च न्यायालयों में नए मुख्य न्यायाधीश नियुक्त हुए हैं।
स्थापना: 1 मार्च 1916
उद्घाटन: भारत के गवर्नर-जनरल एवं वायसराय लॉर्ड हार्डिंग ने किया।
अधिकार क्षेत्र: सम्पूर्ण बिहार राज्य
विशेषता: संवैधानिक, आपराधिक और सामाजिक-आर्थिक मामलों पर ऐतिहासिक फैसले देने वाला न्यायालय।
घटना: पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का शपथ ग्रहण समारोह
स्थान: राजभवन, पटना
नए मुख्य न्यायाधीश: न्यायमूर्ति पवनकुमार भीमप्पा बजंथरी
शपथ दिलाई: बिहार के राज्यपाल अरिफ मोहम्मद खान
पहले मुख्य न्यायाधीश: जस्टिस एडवर्ड मेनार्ड डेस चैंप्स चामीयर
बिहार के राज्यपाल (2025): अरिफ मोहम्मद खान
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