बेंगलुरु स्थित पेमेंट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी Juspay ने 2025 का भारत का पहला यूनिकॉर्न बनने का गौरव प्राप्त किया है। कंपनी ने सीरीज़ D फंडिंग राउंड में $60 मिलियन (लगभग ₹500 करोड़) जुटाए हैं। इस निवेश दौर का नेतृत्व Kedaara Capital ने किया, जिसमें मौजूदा निवेशकों SoftBank और Accel ने भी भाग लिया।
हालाँकि पहले $150 मिलियन जुटाने का अनुमान था, लेकिन इससे कम राशि प्राप्त होने के बावजूद Juspay का मूल्यांकन $1 बिलियन के पार पहुँच गया है — जो कि भारत के फिनटेक क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। अब Juspay का अगला लक्ष्य है:
AI तकनीकों के ज़रिए अपने टेक्नोलॉजी स्टैक को और मज़बूत बनाना,
और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में विस्तार करना।
यह सफलता भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम और डिजिटल भुगतान क्षेत्र में हो रहे तेजी से विकास को दर्शाती है।
Juspay के यूनिकॉर्न बनने से जुड़ी फंडिंग से संबंधित प्रमुख बातें
जुटाई गई राशि: 60 मिलियन अमेरिकी डॉलर
फंडिंग राउंड: सीरीज़ D
प्रमुख निवेशक: Kedaara Capital
अन्य निवेशक: SoftBank और Accel
संरचना: प्राइमरी और सेकेंडरी दोनों प्रकार की हिस्सेदारी का संयोजन
प्रारंभिक लक्ष्य: 150 मिलियन डॉलर तक जुटाने की योजना थी, लेकिन बाद में इसे घटाया गया
यह फंडिंग Juspay को तकनीकी उन्नति और वैश्विक विस्तार की दिशा में तेजी से आगे बढ़ने में सहायता करेगी।
यूनिकॉर्न माइलस्टोन और भविष्य की योजनाएँ
मूल्यांकन (Valuation): $1 बिलियन से अधिक
स्थिति: भारत का पहला यूनिकॉर्न स्टार्टअप – वर्ष 2025
मुख्यालय: बेंगलुरु, कर्नाटक में स्थित
AI आधारित उत्पादकता में सुधार पर ध्यान
संचालन कार्यों में मैन्युअल हस्तक्षेप को कम करना
व्यापारियों के लिए बेहतर और स्मार्ट एनालिटिक्स डैशबोर्ड विकसित करना
अंतरराष्ट्रीय विस्तार के लक्ष्य:
एशिया-प्रशांत क्षेत्र (Asia-Pacific – APAC)
लैटिन अमेरिका (Latin America)
यूरोप, यूनाइटेड किंगडम और उत्तरी अमेरिका (Europe, UK, and North America)
Juspay इन क्षेत्रों में अपने पेमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर और तकनीकी समाधानों का विस्तार करने की योजना बना रहा है, जिससे कंपनी का वैश्विक प्रभाव बढ़ सके।
चुनौतियाँ:
प्रमुख ग्राहकों की हानि: Razorpay और PhonePe जैसे बड़े क्लाइंट्स ने Juspay की सेवाओं का उपयोग बंद कर दिया है।
प्रभाव: इससे कंपनी की विकास गति और प्लेटफ़ॉर्म अपनाने की प्रक्रिया पर असर पड़ सकता है।
नवाचार की आवश्यकता: Juspay को लगातार नई तकनीकों और समाधान के साथ विकसित होते रहना होगा ताकि वह मौजूदा ग्राहकों को बनाए रख सके और वैश्विक स्तर पर नए क्लाइंट्स को आकर्षित कर सके।
| सारांश / स्थैतिक जानकारी | विवरण (हिंदी में) |
| क्यों चर्चा में है? | Juspay ने अप्रैल 2025 में $1 बिलियन का मूल्यांकन पार कर भारत का पहला यूनिकॉर्न बना है। |
| कंपनी | Juspay |
| उद्योग | फिनटेक / पेमेंट्स इंफ्रास्ट्रक्चर |
| यूनिकॉर्न स्टेटस प्राप्त | अप्रैल 2025 |
| फंडिंग राउंड | सीरीज़ D |
| जुटाई गई राशि | $60 मिलियन |
| प्रमुख निवेशक | Kedaara Capital |
| अन्य निवेशक | SoftBank, Accel |
| कुल मूल्यांकन | $1 बिलियन से अधिक |
| फंड का उपयोग | AI टूल्स, मर्चेंट डैशबोर्ड्स, अंतरराष्ट्रीय विस्तार |
| विस्तार के लक्ष्य बाजार | एशिया-प्रशांत (APAC), लैटिन अमेरिका, यूरोप, यूके, उत्तरी अमेरिका |
| चुनौतियाँ | प्रमुख साझेदारों का हटना: Razorpay और PhonePe ने Juspay की सेवाएँ छोड़ीं |
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