अमेरिकी वैज्ञानिक जॉन हॉपफील्ड और जेफ्री हिंटन को मशीन लर्निंग को सक्षम बनाने वाली खोजों के लिए भौतिकी (Physics) के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज का कहना है, ‘वैज्ञानिक जॉन हॉपफील्ड और जेफ्री हिंटन ने ‘फिजिक्स के उपकरणों का उपयोग उन तरीकों को विकसित करने के लिए किया है जो आज की शक्तिशाली मशीन लर्निंग की नींव हैं।’ नोबेल पुरस्कार विजेताओं को नोबेल की पुण्यतिथि 10 दिसंबर पर सम्मानित किया जाएगा।
वैज्ञानिक जॉन हॉपफील्ड और ब्रिटिश-कनाडाई सहयोगी जेफ्री हिंटन ने मशीन लर्निंग की नींव रखने वाली खोजों और आविष्कारों के लिए भौतिकी में 2024 का नोबेल पुरस्कार जीता, पुरस्कार देने वाली संस्था ने 8 अक्टूबर को इसके बारे में जानकारी दी। दरअसल फिजिक्स के लिए इस साल का नोबेल पुरस्कार पाने वाले इन दो वैज्ञानिकों ने आज की शक्तिशाली मशीन लर्निंग की बुनियाद समझे जाने वाले तरीके विकसित करने के लिए भौतिकी के उपकरणों का इस्तेमाल किया।
नोबेल पुरस्कार विजेताओं को नोबेल की पुण्यतिथि 10 दिसंबर पर सम्मानित किया जाएगा। भौतिकी पुरस्कार रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज द्वारा प्रदान किया जाता है।
पुरस्कार देने वाली संस्था ने एक बयान में कहा कि इस साल भौतिकी में दो नोबेल पुरस्कार विजेताओं ने उन तरीकों को विकसित करने के लिए भौतिकी के उपकरणों का उपयोग किया है जो आज की शक्तिशाली मशीन लर्निंग की नींव हैं। कृत्रिम तंत्रिका नेटवर्क (artificial neural networks) पर आधारित मशीन लर्निंग वर्तमान में विज्ञान, इंजीनियरिंग और दैनिक जीवन में क्रांति ला रही है।
नोबेल पुरस्कार में 10 लाख अमेरिकी डॉलर की नकद राशि दी जाती है। यह धन पुरस्कार के संस्थापक स्वीडिश नागरिक अल्फ्रेड नोबेल की संपत्ति में से दिया जाता है, जिनका 1896 में निधन हो गया था। नोबेल पुरस्कार विजेताओं को नोबेल की पुण्यतिथि 10 दिसंबर पर सम्मानित किया जाएगा।
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