जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) ने सफलतापूर्वक पाँचवें H-3 रॉकेट का प्रक्षेपण किया, जो मिचिबिकी नंबर 6 उपग्रह को लेकर गया। यह उपग्रह जापान की पोजीशनिंग प्रणाली में योगदान देगा, जो अमेरिका की ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम (GPS) का जापानी संस्करण है। यह प्रक्षेपण कागोशिमा प्रीफेक्चर के तानेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से शाम 5:30 बजे हुआ, और उपग्रह को सफलतापूर्वक निर्धारित कक्षा में स्थापित किया गया।
मिचिबिकी उपग्रह श्रृंखला जापान के अंतरिक्ष बुनियादी ढांचे का एक महत्वपूर्ण आधार स्तंभ है। यह उपग्रह सेंटीमीटर-स्तरीय सटीकता के साथ उच्च-परिशुद्धि स्थान डेटा प्रदान करता है और देश की भविष्य की नेविगेशन प्रणाली को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। जापान का लक्ष्य 2025 के वित्तीय वर्ष तक सात मिचिबिकी उपग्रहों को संचालित करना और अंततः इस संख्या को 11 तक बढ़ाना है, जिससे बाहरी GPS स्रोतों पर निर्भरता कम हो सके। H-3 रॉकेट, जिसे JAXA और मित्सुबिशी हेवी इंडस्ट्रीज द्वारा विकसित किया गया है, 2023 में आई शुरुआती विफलता को पार कर सफलता की ओर अग्रसर है। इसके आगामी प्रक्षेपण जापान की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण होंगे।