जापान की सुमितोमो फॉरेस्ट्री कंपनी और क्योटो यूनिवर्सिटी ने अंतरिक्ष में कचरे की समस्या से निपटने के लिए 2023 तक दुनिया का पहला लकड़ी से बना अंतरिक्ष उपग्रह लॉन्च करने की घोषणा की है। वर्तमान में, यह प्रक्रिया अपने शुरुआती चरण में है क्योंकि अंतरिक्ष मिशन के लिए एक उपयुक्त साधन खोजने के लिए अनुसंधान टीम द्वारा कई लकड़ी सामग्री का परीक्षण किया जा रहा है। साथ ही टीम तापमान में बदलाव और धूप के प्रति बेहद प्रतिरोधी लकड़ी की सामग्रियों को विकसित करने की दिशा में भी काम कर रही है।
WARRIOR 4.0 | Banking Awareness Batch for SBI, RRB, RBI and IBPS Exams | Bilingual | Live Class
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) सांख्यिकीय मॉडल के अनुसार, अंतरिक्ष में मानव द्वारा की गई गतिविधियों के कारण अवशेषों के 130 मिलियन से अधिक टुकड़े हैं – जो हमारे ग्रह के चारों ओर एक मिलीमीटर से छोटे है। यह अवशेष अथवा मलबे के टुकड़े 22,300 मील प्रति घंटे से अधिक की गति से यात्रा कर सकता है, जो अन्य उपग्रहों को क्षति पहुंचा सकते है।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]आम आदमी पार्टी (AAP) के नेतृत्व में अरविंद केजरीवाल ने डॉ. अंबेडकर सम्मान योजना की…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता सेनानी और शिक्षाविद पंडित मदन मोहन मालवीय की 162वीं जयंती…
अरुणिश चावला, 1992 बैच के बिहार कैडर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी, को वित्त मंत्रालय में…
25 दिसंबर 2024 को, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी…
इंडिगो की सीएसआर पहल, इंडिगो रीच, ने इंदौर एयरपोर्ट पर शून्य अपशिष्ट हवाई अड्डा परियोजना…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुंदेलखंड क्षेत्र में गंभीर जल संकट को दूर करने के उद्देश्य…