जम्मू और कश्मीर पुलिस ने पुलिस स्टेशन ख्रेव में पहली बार ई-एफआईआर दर्ज की, जो डिजिटल पुलिसिंग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह शिकायत ईमेल के माध्यम से दर्ज की गई थी और केस एफआईआर संख्या 17/2025 के रूप में पंजीकृत की गई। यह पहल भारत के विधि आयोग की सिफारिशों के अनुरूप है, जो कुछ संज्ञेय अपराधों के लिए ई-एफआईआर की अनुमति देने का समर्थन करता है। इस कदम से न्याय प्रणाली में पारदर्शिता और पहुंच में सुधार होने की उम्मीद है।
| सारांश/स्थिर जानकारी | विवरण |
| क्यों खबर में? | जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पहली ई-एफआईआर दर्ज की, डिजिटल पुलिसिंग की दिशा में बड़ा कदम। |
| घटना | जम्मू-कश्मीर में पहली ई-एफआईआर दर्ज। |
| स्थान | पुलिस स्टेशन ख्रेव, अवंतीपोरा। |
| शिकायतकर्ता | मुश्ताक अहमद भट। |
| पंजीकरण विधि | ईमेल के माध्यम से शिकायत प्रस्तुत की गई। |
| विधि आयोग की रिपोर्ट | कुछ अपराधों के लिए ई-एफआईआर की सिफारिश। |
| लाभ | अपराध पंजीकरण में तेजी, पारदर्शिता, पुलिस की जवाबदेही में वृद्धि। |
| चुनौतियाँ | स्वचालित एफआईआर पंजीकरण नहीं, डिजिटल हस्ताक्षर की कमी। |
| आगे की योजना | ई-प्रमाणीकरण लागू करना, डिजिटल एफआईआर प्रक्रिया को सुगम बनाना। |
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