इसरो युवा वैज्ञानिक कार्यक्रम 2024 (युविका): भविष्य के अंतरिक्ष खोजकर्ताओं को सशक्त बनाना

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने युवा वैज्ञानिक कार्यक्रम (युविका) 2024 प्रस्तुत किया है, जिसका उद्देश्य स्कूली बच्चों में अंतरिक्ष विज्ञान, प्रौद्योगिकी के बारे में जिज्ञासा और ज्ञान को बढ़ावा देना है।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति बच्चों और युवाओं की सहज जिज्ञासा को बढ़ावा देने के लिए “युवा वैज्ञानिक कार्यक्रम” “युवा विज्ञान कार्यक्रम” (युविका) की शुरुआत की है। युविका का लक्ष्य विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों को लक्षित करते हुए अंतरिक्ष विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अनुप्रयोगों पर मौलिक ज्ञान प्रदान करना है। कार्यक्रम का उद्देश्य एसटीईएम क्षेत्रों में रुचि जगाना और अंतरिक्ष अन्वेषण में भविष्य की प्रतिभाओं का पोषण करना है।

पंजीकरण की प्रक्रिया

  1. इसरो अंतरिक्ष जिज्ञासा प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण करें: 20 फरवरी से 20 मार्च 2024 के बीच https://jigyasa.iirs.gov.in/registration पर साइन अप करें।
  2. ईमेल सत्यापन: अपने पंजीकृत ईमेल आईडी पर भेजे गए लिंक पर क्लिक करके अपना ईमेल सत्यापित करें।
  3. स्पेसक्विज़ भागीदारी: दिए गए दिशानिर्देशों का पालन करते हुए स्पेसक्विज़ में शामिल हों।
  4. व्यक्तिगत प्रोफ़ाइल और शिक्षा विवरण: व्यक्तिगत और शैक्षिक जानकारी सही-सही भरें।
  5. प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना: प्रधानाचार्य/स्कूल प्रमुख से सत्यापित प्रमाणपत्र प्राप्त करें, स्कैन करें और सत्यापन के लिए उन्हें वेबसाइट पर अपलोड करें।
  6. प्रमाणपत्र सत्यापन: उपयुक्त प्राधिकारी द्वारा सत्यापन के लिए एक प्रमाणपत्र तैयार करें।
  7. दस्तावेज़ अपलोड और सबमिशन: आवेदन जमा करने से पहले सभी आवश्यक दस्तावेज़ स्कैन करें और अपलोड करें।

पात्रता मापदंड

  • भारत में 1 जनवरी 2024 तक कक्षा 9 में नामांकित छात्र युविका-2024 के लिए आवेदन करने के पात्र हैं।
  • आवेदकों को सभी दर्ज किए गए विवरणों और अपलोड किए गए दस्तावेजों की सटीकता सुनिश्चित करनी होगी क्योंकि जमा किए गए आवेदनों को बाद में संपादित नहीं किया जा सकता है।

कार्यक्रम अवलोकन

  • उद्देश्य: उभरते रुझानों पर ध्यान देने के साथ अंतरिक्ष विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अनुप्रयोगों पर बुनियादी ज्ञान प्रदान करना।
  • अवधि: दो सप्ताह का कक्षा प्रशिक्षण, व्यावहारिक प्रयोग, व्यावहारिक गतिविधियाँ, इसरो वैज्ञानिकों के साथ बातचीत और क्षेत्र का दौरा।
  • पूर्व सफलता: युविका का आयोजन 2019, 2022 और 2023 में सफलतापूर्वक किया गया, जिसमें भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के छात्रों की बढ़ती भागीदारी देखी गई।
  • पाठ्यक्रम: इसमें कक्षा व्याख्यान, रोबोटिक्स चुनौतियाँ, रॉकेट/उपग्रह संयोजन, आकाश अवलोकन, तकनीकी सुविधा का दौरा और अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के साथ बातचीत शामिल है।

अधिक जानकारी के लिए

  • इच्छुक छात्र इसरो अंतरिक्ष जिज्ञासा वेबसाइट: https://jigyasa.iirs.gov.in/yuvika पर विस्तृत जानकारी और दिशानिर्देश प्राप्त कर सकते हैं।

 

FAQs

‘पराक्रम दिवस’ हर साल किस दिन मनाया जाता है?

23 जनवरी।

prachi

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