इसरो ली-आयन बैटरियों का उपयोग उपग्रह और प्रक्षेपण वाहन के अनुप्रयोगों के लिए ऊर्जा स्रोतों के रूप में करता है इसका कारण उनकी उच्च ऊर्जा घनत्व, विश्वसनीयता और लम्बा जीवन चक्र है. यह ली-आयन सेल टेक्नोलॉजी ट्रांसफर भेल को अंतरिक्ष ग्रेड ली-आयन सेल का निर्माण करने में सक्षम बनाएगा जो देश की अंतरिक्ष कार्यक्रम आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं.
चीन का शेनझोउ-18 मिशन वैज्ञानिक अनुसंधान और अंतरिक्ष स्टेशन के रखरखाव पर ध्यान केंद्रित करते…
पूर्व कार्यकारी उपाध्यक्ष अरुण अलगप्पन को कंपनी के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त और…
विदेश मंत्री एस जयशंकर को सौम्या अवस्थी और श्रभना बरुआ द्वारा संपादित पुस्तक 'इंडियाज न्यूक्लियर…
भारत सरकार ने केरल में अदानी के विझिंजम पोर्ट को देश के उद्घाटन ट्रांसशिपमेंट हब…
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गुरुग्राम स्थित टॉकचार्ज टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (TalkCharge Technologies Pvt Ltd)…
इस वर्ष, विश्व पशु चिकित्सा दिवस शनिवार, 27 अप्रैल, 2024 को मनाया जाएगा। 2024 का…