भारत का पोलर सैटेलाइट प्रक्षेपण यान, PSLV-C47 प्रक्षेपण यान-XL ((PSLV-XL) रॉकेट एडवांस्ड अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट (तीसरी पीढ़ी का दक्ष उन्नत उपग्रह) कार्टोसैट -3 और 13 यूएस नैनो सैटेलाइट ले जा रहा है, जो श्रीहरिकोटा के प्रक्षेपण केंद्र से लॉन्च किया गया दूसरा रॉकेट हैं । देश के प्रक्षेपण केंद्र सुबह करीब 9.28 पर पर दूसरे लॉन्च पैड से लगभग 44.4 मीटर लंबे और 320 टन वजनी रॉकेट का सफल प्रक्षेपण किया ।बादल छाने के बावजूद प्रक्षेपण सामान्य रहा। इसरो के अनुसार, 1,625 किलोग्राम कार्टोसैट -3 पांच साल की परिचालन अवधि वाला उच्च विभेदन प्रतिबिंबन क्षमता के साथ तीसरी पीढ़ी का दक्ष उन्नत उपग्रह है।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- PSLV-C47 ‘XL संरूपण (6 ठोस स्ट्रैप-ऑन मोटरों के साथ) में PSLV की 21वीं उड़ान है। श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जाने वाला 74वां रॉकेट मिशन होगा।
- च्च विभेदन प्रतिबिंबन क्षमता वाला कार्टोसैट-3 उपग्रह तीसरी पीढ़ी का दक्ष उन्नत उपग्रह है। उपग्रह को 97.5 डिग्री की झुकाव पर 509 कि.मी. की कक्षा में स्थापित किया जाएगा।
- PSLV-C47 न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL), अंतरिक्ष विभाग के साथ वाणिज्यिक व्यवस्था के एक भाग के तौर पर संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के 13 वाणिज्यिक लघु उपग्रहों को भी साथ ले जाएगा।
उपरोक्त समाचार से IBPS PO/Clerk Mains 2019 परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- इसरो का मुख्यालय: बेंगलुरु
- इसरो के अध्यक्ष: कैलाशवादिवू सीवन
– द इकोनॉमिक टाइम्स