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Iran Visa: ईरान में भारतीयों को मिलेगी बिना वीजा के एंट्री, जानें सबकुछ

ईरान ने पर्यटन और वैश्विक जुड़ाव को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 4 फरवरी, 2024 से भारतीय पर्यटकों के लिए वीजा आवश्यकताओं को समाप्त कर दिया है। भारतीय साधारण पासपोर्ट धारक हर छह महीने में 15 दिनों तक यात्रा कर सकते हैं। भारत के बढ़ते आउटबाउंड पर्यटन बाजार को स्वीकार करते हुए यह कदम 33 देशों तक फैला हुआ है।

 

वीज़ा छूट की शर्तें

आवृत्ति और अवधि: साधारण पासपोर्ट वाले भारतीय पासपोर्ट धारक हर छह महीने में एक बार बिना वीज़ा के ईरान में प्रवेश कर सकते हैं, जिसमें अधिकतम 15 दिन का प्रवास होता है, जिसे बढ़ाया नहीं जा सकता।

उद्देश्य: वीज़ा छूट केवल पर्यटन उद्देश्यों के लिए लागू है।

विस्तारित प्रवास या एकाधिक प्रविष्टियाँ: लंबे प्रवास के लिए, छह महीने के भीतर एकाधिक प्रविष्टियाँ, या अन्य वीज़ा प्रकारों के लिए, भारतीय नागरिकों को भारत में ईरानी प्रतिनिधित्व के माध्यम से आवश्यक वीज़ा प्राप्त करना होगा।

प्रवेश बिंदु: वीज़ा छूट विशेष रूप से हवाई सीमाओं के माध्यम से ईरान में प्रवेश करने वाले भारतीय नागरिकों पर लागू होती है।

 

वीज़ा माफी कार्यक्रम का विस्तार

ईरान ने वैश्विक संपर्क के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाते हुए, विदेशी यात्रियों को प्रोत्साहित करने के लिए भारत के साथ-साथ 33 देशों को शामिल करने के लिए अपने वीज़ा छूट कार्यक्रम का विस्तार किया है।

 

स्वीकृत देशों की सूची

ईरान के नए वीज़ा छूट कार्यक्रम के लिए स्वीकृत देशों में भारत, रूस, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, सऊदी अरब, कतर, कुवैत और अन्य शामिल हैं।

 

पिछला वीज़ा छूट कार्यक्रम

ईरान के पास पहले तुर्की, अज़रबैजान, ओमान, चीन, आर्मेनिया, लेबनान और सीरिया के आगंतुकों के लिए वीज़ा छूट कार्यक्रम थे।

 

पर्यटन पर प्रभाव

इस निर्णय से ईरान में पर्यटन को बढ़ावा मिलने और सांस्कृतिक आदान-प्रदान बढ़ने की उम्मीद है, भारत आउटबाउंड पर्यटन के लिए सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है।

 

पर्यटन रुझान

ईरान में हर साल 20,000 से अधिक ईरानी पर्यटक भारत आते हैं, जिनमें दिल्ली-आगरा-जयपुर और मुंबई-पुणे-गोवा जैसे लोकप्रिय स्थान शामिल हैं।

 

शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान

बड़ी संख्या में ईरानी छात्र भारत में विभिन्न क्षेत्रों में उच्च शिक्षा प्राप्त करते हैं, जिससे दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलता है।

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vikash

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