हाल ही में समुद्री अर्थव्यवस्था और कनेक्टिविटी हेतु एक केंद्र स्थापित करने के लिए भारतीय बंदरगाह संघ (IPA) और विकासशील देशों के लिए अनुसंधान और सूचना प्रणाली (RIS) के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। केंद्रीय बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल की उपस्थिति में समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
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अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में ग्रेटर निकोबार में गलाथिया बे में ट्रांसशिपमेंट पोर्ट की प्रस्तावित परियोजना बिम्सटेक राष्ट्रों के लिए फायदेमंद होगी। इस प्रकार प्रधानमंत्री की गतिशक्ति पहल भारत के तटों से आगे बढ़ेगी जहां पड़ोसी देशों के बंदरगाहों को भी लाभ मिल सकता है।
भारतीय बंदरगाह संघ (IPA) के बारे में
- इसका गठन 1966 में सोसायटी पंजीकरण अधिनियम के तहत किया गया था।
- यह जहाजरानी मंत्रालय के पर्यवेक्षणीय नियंत्रण में कार्य करता है।
- इसका मुख्य कार्य सभी प्रमुख बंदरगाहों का विकास करना हैं।
विकासशील देशों के लिए अनुसंधान और सूचना प्रणाली (आरआईएस)
- विकासशील देशों के लिए अनुसंधान और सूचना प्रणाली (आरआईएस) एक नई दिल्ली स्थित स्वायत्त नीति अनुसंधान संस्थान है।
- इसे वैश्विक और क्षेत्रीय आर्थिक मुद्दों पर विकासशील देशों के बीच प्रभावी नीति संवाद और क्षमता निर्माण को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में देखा गया है।