इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (IOCL) ने ओडिशा के पारादीप में एक विश्व स्तरीय पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स की स्थापना के लिए ₹61,077 करोड़ के निवेश की घोषणा की है। यह IOCL का अब तक का एकल स्थान पर सबसे बड़ा निवेश है, जो भारत के पेट्रोकेमिकल उद्योग और निर्माण क्षमताओं को मजबूती देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह परियोजना न केवल क्षेत्रीय बुनियादी ढांचे को विकसित करेगी, बल्कि फार्मास्युटिकल्स, एग्रोकेमिकल्स, कोटिंग्स और एडहेसिव्स जैसी कई उद्योगों में उपयोग होने वाले उच्च मांग वाले पेट्रोकेमिकल उत्पादों के निर्माण को भी बढ़ावा देगी।
इस समझौते को कई प्रमुख सरकारी अधिकारियों की उपस्थिति में औपचारिक रूप से अंतिम रूप दिया गया, जिनमें शामिल थे:
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान
केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल उरांव
यह निवेश भारत में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देगा, स्थानीय रोजगार सृजन को प्रोत्साहित करेगा, और ओडिशा को एक औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करने में अहम भूमिका निभाएगा।
परियोजना की मुख्य विशेषताएँ (Project Key Details in Hindi)
ड्यूल-फीड क्रैकर यूनिट – आवश्यक पेट्रोकेमिकल्स के उत्पादन के लिए
डाउनस्ट्रीम यूनिट्स, जिनमें निम्नलिखित उत्पादों का निर्माण होगा:
फिनोल
पॉलीप्रोपाइलीन (PP)
आइसोप्रोपाइल अल्कोहल (IPA)
हाई-डेंसिटी पॉलीएथिलीन (HDPE)
लीनियर लो-डेंसिटी पॉलीएथिलीन (LLDPE)
पॉलीविनाइल क्लोराइड (PVC)
ब्यूटाडीन
फिनोल: प्लास्टिक, चिपकने वाले (adhesives) और दवाओं में प्रयोग
PP: पैकेजिंग, वस्त्र और ऑटोमोबाइल उद्योग में
IPA: फार्मास्युटिकल्स, क्लीनिंग प्रोडक्ट्स और सॉल्वेंट्स में
HDPE/LLDPE: कंटेनर, पाइप और फिल्म निर्माण में
PVC: निर्माण, विद्युत और चिकित्सा उपकरणों में
ब्यूटाडीन: सिंथेटिक रबर और प्लास्टिक निर्माण में
ओडिशा की पेट्रोकेमिकल अधोसंरचना को मजबूती
प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोज़गार के अवसरों का सृजन
पारादीप पेट्रोलियम, केमिकल्स और पेट्रोकेमिकल्स इन्वेस्टमेंट रीजन (PCPIR) के विकास को गति
रणनीतिक स्थान: पारादीप का तटीय स्थान इसे औद्योगिक विकास के लिए एक प्रमुख केंद्र बनाता है
औद्योगिक केंद्र के रूप में विकास: यह परियोजना पारादीप को एक विश्वस्तरीय औद्योगिक हब में बदल देगी
रोज़गार सृजन: संयंत्र और संबंधित सेवाओं के माध्यम से हजारों नौकरियां पैदा होंगी
यह परियोजना न केवल ओडिशा बल्कि पूरे भारत की औद्योगिक आत्मनिर्भरता और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को मजबूती प्रदान करेगी।
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