अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का इतिहास
-
1991 – अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का विचार संयुक्त राष्ट्र प्रणाली के विश्व युवा मंच के पहले सत्र के दौरान वियना, ऑस्ट्रिया में उभरा।
इस मंच ने संयुक्त राष्ट्र युवा कोष के समर्थन में धन संग्रह और प्रचार गतिविधियों के लिए एक विशेष दिवस का प्रस्ताव रखा, जिसे युवा संगठनों के सहयोग से मनाया जाए। -
1998 – पुर्तगाल द्वारा, संयुक्त राष्ट्र के सहयोग से आयोजित युवाओं के लिए जिम्मेदार मंत्रियों के विश्व सम्मेलन में एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें 12 अगस्त को आधिकारिक रूप से अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस घोषित किया गया।
-
इसके बाद से यह दिवस एक वैश्विक आयोजन बन गया है, जिसे दुनियाभर की सरकारें, गैर-सरकारी संगठन और समुदाय मान्यता देते हैं।
अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का महत्व
अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस, युवाओं के कल्याण को प्राथमिकता देने की याद दिलाता है, जिसमें उनकी कौशल, अवसरों और भविष्य को आकार देने वाली नीतियों, कार्यक्रमों और निवेशों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।
इस दिवस के प्रमुख उद्देश्य:
-
शिक्षा की कमी, बेरोजगारी, मानसिक स्वास्थ्य और जलवायु परिवर्तन जैसी युवाओं से जुड़ी चुनौतियों को उजागर करना।
-
संस्कृति, अर्थव्यवस्था, शासन और नवाचार में युवाओं के योगदान का सम्मान करना।
-
युवाओं के विकास संबंधी पहलों में सुधार के लिए वैश्विक सहयोग को प्रोत्साहित करना।
-
युवाओं को निर्णय-निर्माण प्रक्रियाओं में शामिल करके सतत विकास को बढ़ावा देना।
पिछले वर्ष के विषय:
-
2023: ग्रीन स्किल्स फॉर यूथ: टुवर्ड्स ए सस्टेनेबल फ्यूचर – हरित अर्थव्यवस्था से जुड़े कौशलों पर केंद्रित।
-
2024: फ्रॉम क्लिक्स टू प्रोग्रेस: यूथ डिजिटल पाथवेज फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट – सतत विकास के लिए प्रौद्योगिकी पर जोर।
अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस 2025 का विषय
-
विषय: स्थानीय युवा कार्रवाइयाँ: एसडीजी और उससे आगे (Local Youth Actions for the SDGs and Beyond)
-
फोकस: सतत विकास लक्ष्यों (SDG) के 65% से अधिक लक्ष्य स्थानीय शासन से जुड़े हैं। यह विषय स्थानीय योजना, शासन और नीतिनिर्माण में युवाओं की भागीदारी के महत्व पर जोर देता है।
-
प्रासंगिकता: जलवायु कार्रवाई से लेकर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक, एसडीजी हासिल करने में युवा प्रमुख भूमिका निभाते हैं। उनकी स्थानीय भागीदारी यह सुनिश्चित करती है कि नीतियां समुदाय की आवश्यकताओं के अनुरूप हों और साथ ही वैश्विक लक्ष्यों में योगदान दें।
-
2025 में विशेष महत्व: इस वर्ष विश्व युवा कार्य कार्यक्रम (World Programme of Action for Youth – WPAY) की 30वीं वर्षगांठ भी है, जो संयुक्त राष्ट्र का वह ढांचा है जो युवाओं की प्राथमिकताओं को संबोधित करने में देशों का मार्गदर्शन करता है।
दुनियाभर के युवाओं के सामने चुनौतियाँ
प्रगति के बावजूद, विश्वभर के युवा कई गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं—
-
बेरोजगारी – विशेषकर विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में।
-
शिक्षा में असमानताएँ – गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुँच में अंतर।
-
मानसिक स्वास्थ्य संकट – तनाव, चिंता और अवसाद की बढ़ती दरें।
-
डिजिटल विभाजन – इंटरनेट और तकनीक तक सीमित पहुँच।
-
जलवायु संवेदनशीलता – पर्यावरणीय क्षरण से युवा अनुपातहीन रूप से प्रभावित होते हैं।
आगे की राह
युवाओं को परिवर्तन के एजेंट के रूप में सशक्त बनाने के लिए देशों को चाहिए कि वे—
-
युवाओं की स्थानीय शासन में भूमिका बढ़ाएँ।
-
हरित और डिजिटल अर्थव्यवस्था से जुड़े कौशल विकास कार्यक्रमों का विस्तार करें।
-
स्कूलों और समुदायों में मानसिक स्वास्थ्य सहायता को मजबूत करें।
-
डिजिटल विभाजन को दूर करें ताकि ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में समान भागीदारी सुनिश्चित हो।
-
समावेशी निर्णय-निर्माण के लिए पीढ़ीगत संवाद को बढ़ावा दें।