विश्व के सभी कोनों में लोगों को एकजुट करने में जैज के महत्व और इसकी कूटनीतिक भूमिका को उजागर करने के लिए हर साल 30 अप्रैल को इंटरनेशनल जैज डे (International Jazz Day) मनाया जाता है. 2021 में इंटरनेशनल जैज डे की 10 वीं वर्षगांठ मनायी जा रही है. यह दिन जैज पियानोवादक और यूनेस्को सद्भावना राजदूत हर्बी हैनकॉक (Herbie Hancock) के विचार पर बनाया गया था.
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
जैज क्या है?
जैज़ का संगीत रूप अफ्रीकी अमेरिकियों द्वारा विकसित किया गया था. यह यूरोपीय हार्मोनिक संरचना और अफ्रीकी रिदम दोनों से प्रभावित था. इसकी शुरुआत 19 वीं शताब्दी और 20 वीं शताब्दी की शुरुआत में हुई थी.
इंटरनेशनल जैज डे का इतिहास
नवम्बर 2011 को संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) ने 30 अप्रैल को इंटरनेशनल जैज डे के रूप में घोषित किया. यह दिन जैज़ की कला और इसके प्रभाव के बारे में जश्न मनाने और जानने के लिए दुनिया भर के समुदायों, स्कूलों, कलाकारों, इतिहासकारों, शिक्षाविदों और जैज़ उत्साही को एक साथ लाने के लिए नामित किया गया था.
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:
अंतरराष्ट्रीय मानव एकजुटता दिवस 2025 हर वर्ष 20 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिवस…
भारत के नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को वैश्विक स्तर पर बड़ी पहचान मिली है। NASA इंटरनेशनल…
हुरुन रिच लिस्ट 2025 ने एक बार फिर भारत के तेज़ी से बदलते स्टार्टअप और…
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने शून्य-कूपन बॉन्ड (Zero-Coupon Bonds) को अब ₹10,000 के…
भारत अपनी पहली ‘वन विश्वविद्यालय (Forest University)’ की स्थापना की तैयारी कर रहा है, जो…
झारखंड ने 2025–26 सत्र में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (SMAT) जीतकर इतिहास रच दिया। ईशान…