अंतरराष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस हर साल 30 मार्च को मनाया जाता है। इसका मकसद वैश्विक स्तर पर अपशिष्ट प्रबंधन को बढ़ावा देना और टिकाऊ उत्पादन और उपभोग को बढ़ावा देना है। इस दिन को मनाने का मकसद, शून्य-अपशिष्ट पहलों के प्रति जागरूकता बढ़ाना भी है।
फैशन और वस्त्र उद्योग संसाधन-गहन और अपशिष्ट उत्पन्न करने वाला प्रमुख क्षेत्र है, जो पर्यावरणीय क्षति में महत्वपूर्ण योगदान देता है। इस वर्ष का अंतर्राष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस फैशन और वस्त्र क्षेत्र में अपशिष्ट प्रबंधन पर केंद्रित है और इसका विषय है “Towards Zero Waste in Fashion and Textiles।”
वैश्विक अपशिष्ट संकट
हर साल, घरों, छोटे व्यवसायों और सार्वजनिक सेवा प्रदाताओं द्वारा लगभग 2.1 से 2.3 अरब टन ठोस कचरा उत्पन्न किया जाता है, जिसमें पैकेजिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, प्लास्टिक और खाद्य अपशिष्ट शामिल हैं। हालांकि, मौजूदा अपशिष्ट प्रबंधन व्यवस्था इस संकट को संभालने में असमर्थ है:
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लगभग 2.7 अरब लोग ठोस कचरा संग्रहण सेवाओं से वंचित हैं।
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केवल 61-62% नगरपालिका ठोस अपशिष्ट को नियंत्रित सुविधाओं में संसाधित किया जाता है।
ये आंकड़े यह दर्शाते हैं कि हमें सतत अपशिष्ट प्रबंधन की ओर तेजी से बढ़ने की आवश्यकता है।
फैशन उद्योग और अपशिष्ट समस्या
फैशन और वस्त्र उद्योग दुनिया के सबसे प्रदूषित उद्योगों में से एक है। इस क्षेत्र में उत्पादन और उपभोग में अत्यधिक वृद्धि हुई है, जिससे गंभीर पर्यावरणीय, आर्थिक और सामाजिक प्रभाव पड़ रहे हैं।
चिंताजनक तथ्य:
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2000 से 2015 के बीच वस्त्र उत्पादन दोगुना हो गया।
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यह उद्योग हर साल 92 मिलियन टन वस्त्र अपशिष्ट उत्पन्न करता है।
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हर सेकंड एक कचरा ट्रक भरकर कपड़ों को जला दिया जाता है या लैंडफिल में डाला जाता है।
तेज फैशन (फास्ट फैशन) के बढ़ते प्रभाव ने इस समस्या को और गंभीर बना दिया है, जिससे विकासशील देशों पर भारी बोझ पड़ा है।
शून्य अपशिष्ट की ओर परिवर्तन
सतत उत्पादन और परिपत्र अर्थव्यवस्था (Circular Economy) समाधान
फैशन उद्योग को कचरे को कम करने और एक परिपत्र अर्थव्यवस्था को अपनाने की आवश्यकता है, जिसमें शामिल हैं:
- उत्पादन प्रक्रियाओं को अधिक टिकाऊ बनाना।
- पुनर्चक्रण (Recycling) और पुन: उपयोग (Repurposing) को प्रोत्साहित करना।
- पर्यावरण-अनुकूल वस्त्रों (Eco-friendly Textiles) का उपयोग।
उपभोक्ताओं की भूमिका
उपभोक्ता भी अपनी आदतों में बदलाव कर अपशिष्ट कम कर सकते हैं:
- पुराने कपड़ों का पुन: उपयोग, मरम्मत और पुनर्चक्रण करना।
- तेज फैशन (Fast Fashion) से बचना और उच्च गुणवत्ता वाले टिकाऊ वस्त्रों में निवेश करना।
- उन ब्रांडों का समर्थन करना जो टिकाऊ और नैतिक उत्पादन को प्राथमिकता देते हैं।
निजी क्षेत्र की जिम्मेदारी
- लंबे समय तक उपयोग होने वाले, मरम्मत योग्य और पुनर्चक्रण योग्य उत्पादों का डिज़ाइन।
- उत्पादन मात्रा को सीमित करना और परिपत्र व्यावसायिक मॉडल अपनाना।
- जैव-अपघटनीय सामग्री (Biodegradable Materials) का उपयोग।
- रासायनिक प्रदूषण को कम करना और जैव विविधता को संरक्षित करने वाली तकनीकों में निवेश करना।
सरकार की भूमिका
- विस्तारित उत्पादक उत्तरदायित्व (Extended Producer Responsibility – EPR) लागू करना।
- वस्त्र उत्पादन में हानिकारक रसायनों पर नियंत्रण।
- अपशिष्ट पुनर्चक्रण अवसंरचना में निवेश।
- सतत व्यवसायों के लिए प्रोत्साहन योजनाएं।
अंतर्राष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस की पृष्ठभूमि और महत्व
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 14 दिसंबर 2022 को इस दिवस की घोषणा की। यह पहल तुर्किये के नेतृत्व में 105 देशों के समर्थन से की गई थी।
संयोजनकर्ता और उद्देश्य
इस आयोजन का संयोजन निम्नलिखित संगठनों द्वारा किया गया:
- संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP)
- संयुक्त राष्ट्र मानव बस्तियों का कार्यक्रम (UN-Habitat)
- तुर्किये का स्थायी मिशन और ज़ीरो वेस्ट फाउंडेशन
संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) से संबंध
शून्य अपशिष्ट पहल संयुक्त राष्ट्र 2030 सतत विकास एजेंडा के लक्ष्यों को पूरा करने में सहायक है, विशेष रूप से:
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एसडीजी 11 (सतत शहर और समुदाय)
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एसडीजी 12 (जिम्मेदार उपभोग और उत्पादन)
ये लक्ष्य खाद्य अपशिष्ट, इलेक्ट्रॉनिक अपशिष्ट और प्राकृतिक संसाधनों की बर्बादी को कम करने पर केंद्रित हैं, जिससे अधिक टिकाऊ भविष्य सुनिश्चित किया जा सके।