धर्म या विश्वास के आधार पर हिंसा के कृत्यों के पीड़ितों की स्मृति में अंतर्राष्ट्रीय दिवस 2024

संयुक्त राष्ट्र हर वर्ष 22 अगस्त को ‘धर्म या मत के आधार पर हिंसक कृत्यों पीड़ितों की स्मृति में अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ मनाता है। यह दिन धार्मिक हिंसा या विश्वास के आधार पर, धार्मिक अल्पसंख्यकों से संबंधित व्यक्तियों सहित, हिंसा और आतंकवाद को लक्षित करने वाले कार्यों की कड़ी निंदा करने के लिए मनाया जाता है।

यह धार्मिक या विश्वास की स्वतंत्रता से संबंधित मानवाधिकारों को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रयासों के हिस्से के रूप में धार्मिक उत्पीड़न के पीड़ितों की सहायता करने के महत्व पर जोर देता है। इसे पहली बार, 2019 में आधिकारिक बनाया गया था।

इस दिन का इतिहास

पोलैंड (Poland) द्वारा प्रस्तावित 28 मई 2019 को 73 वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा (UN General Assembly) में इस दिन को अपनाया गया था। यह जागरूकता फैलाता है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदायों को अपराधियों को जवाबदेह ठहराकर और सरकारों को यह प्रदर्शित करते हुए कि नरसंहार या अन्य अत्याचारों को ‘फिर कभी नहीं (never again)’ सहन करने के लिए कार्रवाई की जानी चाहिए, पिछले दुर्व्यवहारों से बचे लोगों के लिए न्याय प्राप्त करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
vikash

Recent Posts

MEITY और MEA ने DigiLocker के जरिए पेपरलेस पासपोर्ट वेरिफिकेशन शुरू किया

भारत में डिजिटल इंडिया को बड़ा प्रोत्साहन देते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY)…

45 mins ago

World Soil Day 2025: जानें मृदा दिवस क्यों मनाया जाता है?

हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…

5 hours ago

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस 2025: इतिहास और महत्व

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…

5 hours ago

संयुक्त राष्ट्र प्रणाली: मुख्य निकाय, कोष, कार्यक्रम और विशेष एजेंसियां

यूनाइटेड नेशंस (UN) एक बड़े इंस्टीट्यूशनल सिस्टम के ज़रिए काम करता है जिसे UN सिस्टम…

6 hours ago

मिज़ोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल का 73 वर्ष की उम्र में निधन

मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ अधिवक्ता स्वराज कौशल का 4 दिसंबर 2025 को 73…

9 hours ago