भारत का पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई), संस्कृति मंत्रालय, दिल्ली, गांधीनगर और ढोलवीरा में 8 से 15 अक्टूबर, 2017 तक “सभ्यताओं के परिसंवाद- IV” पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. यह सम्मेलन 2013 में नेशनल ज्योग्राफिक सोसाइटी द्वारा शुरू की गई ‘संवाद’ की श्रृंखला में चौथा है.
सम्मेलन का उद्देश्य दुनिया की पांच प्राचीन साक्षर सभ्यताओं, जैसे मिस्र, मेसोपोटेमिया, दक्षिण एशिया, चीन और मेसोअमेरिका के बारे में विद्वानों और सार्वजनिक बहस को प्रोत्साहित करना है.
उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य –
- इस श्रृंखला का पहला सम्मेलन 2013 में ग्वाटेमाला में शुरू किया गया था, जिसके बाद 2014 में तुर्की और 2015 में चीन में किया गया था.
- प्रो. बी.बी. लाल ‘हड़प्पा सभ्यता’ पर पद्म भूषण पुरस्कार प्राप्तकर्ता हैं, जिसने अन्य प्राचीन सभ्यताओं पर काम करने वाले विद्वानों को दक्षिण एशिया की प्रारंभिक सभ्यता से परिचित कराया .
स्रोत- प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी)