मिशन सागर- IV के भाग के रूप में, भारतीय नौसैनिक जहाज जलाश्व (Jalashwa), पोर्ट अंजुआन (Anjouan), कोमोरोस में 1,000 मीट्रिक टन चावल पहुंचाने के लिए पहुंचा. भारत सरकार की ओर से कोमोरोस की सरकार को खाद्य सहायता सौंपने के लिए एक आधिकारिक समारोह आयोजित किया गया था. भारतीय नौसेना का सबसे बड़ा द्विधा गतिवाला जहाज आईएनएस जलाश्व को बड़ी वहन क्षमता के कारण विशेष रूप से कोमोरोस भेजा गया है.
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
खाद्य सहायता के रूप में 1000 मीट्रिक टन चावल की इस खेप को भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू (Venkaiah Naidu) द्वारा अक्टूबर 2019 के महीने में कोमोरोस की अपनी संक्षिप्त यात्रा के दौरान किए गए वादे के मद्देनजर कोमोरोस के लिए रवाना किया गया था. यह एक साल के भीतर द्वीप देश के लिए एक भारतीय नौसेना के जहाज की दूसरी यात्रा है. इससे पहले, मिशन सागर- I के भाग के रूप में, मई-जून 2020 में, भारतीय नौसेना ने राष्ट्र के लिए आवश्यक दवाइयां वितरित की थीं और अपने समकक्षों के साथ काम करने और डेंगू बुखार से संबंधित बीमारियों के लिए सहायता प्रदान करने के लिए एक विशेषज्ञ चिकित्सा दल भी तैनात किया था.
मिशन सागर के बारे में :
‘मिशन सागर(Mission Sagar)’ दोनों देशों के बीच मौजूदा उत्कृष्ट संबंधों पर आधारित है और यह तैनाती भी ‘सागर क्षेत्र’ में सभी के लिए सुरक्षा और विकास के हमारे प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण का प्रतिध्वनित करती है, साथ ही भारत द्वारा हिन्द महासागर क्षेत्र के देशों के साथ संबंधों को दिए गए महत्व पर प्रकाश भी डालती है. इस अभियान को विदेश मंत्रालय और भारत सरकार की अन्य एजेंसियों के साथ घनिष्ठ समन्वय से चलाया जा रहा है.
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:
- नौसेना स्टाफ के प्रमुख: एडमिरल करमबीर सिंह.
- भारतीय नौसेना की स्थापना: 26 जनवरी 1950.