Categories: Economy

भारत की थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति जनवरी में घटकर 24 महीने के निचले स्तर 4.73 प्रतिशत पर आ गई

भारत का थोक मूल्य सूचकांक

वाणिज्य मंत्रालय के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति जनवरी में घटकर 4.73 प्रतिशत रही जो दिसंबर में 4.95 प्रतिशत थी। जनवरी में थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) सूचकांक में महीने दर महीने बदलाव में 0.13 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जबकि इससे पिछले महीने इसमें 1.12 प्रतिशत की गिरावट आई थी।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

WPI उन दो सूचकांकों में से एक है जो भारत में मुद्रास्फीति को मापते हैं। दूसरा उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति (सीपीआई) है। डब्ल्यूपीआई उत्पादन या विनिर्माण के स्तर पर कीमतों को कैप्चर करता है, कंपनियों के बीच व्यापार किए गए सामानों को ध्यान में रखते हुए, सीपीआई के मुकाबले खुदरा उपभोक्ता स्तर पर कीमतों को मापता है। सीपीआई में खाद्य पदार्थों का बड़ा हिस्सा है, जो खुदरा मुद्रास्फीति को बढ़ाते हैं, जबकि डब्ल्यूपीआई के लिए, यह विनिर्मित वस्तुएं हैं।

मुख्य बिंदु-

  • हालांकि, खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति जनवरी में बढ़कर 2.38 प्रतिशत हो गई, जो दिसंबर 2022 में (-) 1.25 प्रतिशत थी। ईंधन और बिजली क्षेत्र में मुद्रास्फीति जनवरी 2023 में 15.15 प्रतिशत थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार विनिर्मित उत्पादों की मुद्रास्फीति आलोच्य महीने में 2.99 प्रतिशत रही।
  • दालों की मुद्रास्फीति 2.41 प्रतिशत रही जबकि सब्जियों की मुद्रास्फीति शून्य से 26.48 प्रतिशत नीचे रही। जनवरी, 2023 में तिलहन की मुद्रास्फीति शून्य से 4.22 प्रतिशत नीचे थी। ईंधन और बिजली की मुद्रास्फीति दिसंबर 2022 के 18.09 प्रतिशत से घटकर 15.15 प्रतिशत पर आ गई। विनिर्मित उत्पादों में यह 2.99 प्रतिशत रही, जो दिसंबर, 2022 में 3.37 प्रतिशत थी।
  • हालांकि, इसके विपरीत, सोमवार को जारी नवीनतम सीपीआई आंकड़ों के अनुसार, देश की खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी 2023 में तीन महीने के उच्च स्तर 6.52 प्रतिशत पर पहुंच गई, जिसका मुख्य कारण खाद्य और ईंधन महंगा होना था। दिसंबर 2022 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति कम होकर 5.72 प्रतिशत पर आ गई थी। नवंबर 2022 में यह गिरकर 5.88 प्रतिशत पर आ गई थी।खुदरा मुद्रास्फीति नवंबर में रिजर्व बैंक के 2 से 6 प्रतिशत के दायरे में आ गई और 5.88 प्रतिशत के दायरे में रही।

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
shweta

Recent Posts

अंतर्राष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस 2024, तिथि, इतिहास और महत्व

सहिष्णुता का अंतर्राष्ट्रीय दिवस हर साल 16 नवंबर को मनाया जाता है। इस दिन का…

1 day ago

मनोज बाजपेयी की ‘द फैबल’ ने लीड्स इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में जीत हासिल की

मनोज बाजपेयी की बहुचर्चित फिल्म "द फेबल" ने 38वें लीड्स इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ…

2 days ago

कांग्रेस से खुफिया तक राष्ट्रीय खुफिया के लिए तुलसी गबार्ड की नई भूमिका

पूर्व डेमोक्रेटिक कांग्रेसवुमन तुलसी गबार्ड को 13 नवंबर, 2024 को अमेरिका के राष्ट्रपति-निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप…

2 days ago

हैदराबाद हवाई अड्डे को डिजिटल नवाचारों के लिए वैश्विक मान्यता मिली

जीएमआर हैदराबाद अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा लिमिटेड (GHIAL) ने सऊदी एयरपोर्ट प्रदर्शनी 2024 के दौरान आयोजित प्रतिष्ठित…

2 days ago

प्रधानमंत्री मोदी ने शांति और प्रगति का जश्न मनाते हुए प्रथम बोडोलैंड महोत्सव का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में आयोजित पहले बोडोलैंड महोत्सव का उद्घाटन किया। यह दो…

2 days ago

शंघाई, टोक्यो, न्यूयॉर्क और ह्यूस्टन ग्रीनहाउस गैसों के प्रमुख उत्सर्जक

संयुक्त राष्ट्र जलवायु वार्ता में जारी एक नए डेटा के अनुसार, एशिया और अमेरिका के…

2 days ago