भारत की हरित ऊर्जा महत्वाकांक्षाएं काफी हद तक उन महत्वपूर्ण खनिजों की उपलब्धता पर निर्भर करती हैं, जो सौर पैनल, पवन टर्बाइन, इलेक्ट्रिक वाहन (EV) और बैटरी भंडारण जैसी तकनीकों के लिए अनिवार्य हैं। इन आवश्यक संसाधनों को सुरक्षित करने के लिए भारत सरकार ने 2025 में राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन (National Critical Mineral Mission – NCMM) की शुरुआत की है। यह मिशन भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) के नेतृत्व में और खनन मंत्रालय के समन्वय में संचालित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य आयात पर निर्भरता को कम करना, घरेलू क्षमताओं को सुदृढ़ करना, और महत्वपूर्ण खनिजों के खोज, प्रसंस्करण और पुनर्चक्रण के माध्यम से वैश्विक प्रतिस्पर्धा में बढ़त हासिल करना है।
राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन (NCMM) की मुख्य विशेषताएँ
महत्वपूर्ण खनिजों की दीर्घकालिक उपलब्धता सुनिश्चित करना
घरेलू खोज (exploration) को सक्षम बनाना और आयात पर निर्भरता कम करना
विदेशी संपत्तियों के अधिग्रहण हेतु रणनीतिक साझेदारियाँ बनाना
खनन, प्रसंस्करण और पुनर्चक्रण के लिए मूल्य श्रृंखला (value chain) विकसित करना
नवाचार, अनुसंधान एवं विकास (R&D) और कौशल विकास को बढ़ावा देना
वर्ष 2022 में गठित समिति ने 30 महत्वपूर्ण खनिजों की पहचान की
इनमें से 24 खनिजों को खनिज और खनिज (विकास और विनियमन) अधिनियम, 1957 की अनुसूची I के भाग D में शामिल किया गया
इससे केंद्र सरकार को इन खनिजों की विशेष नीलामी अधिकार प्राप्त हुए
प्रमुख खनिज:
लिथियम, कोबाल्ट, रेयर अर्थ एलिमेंट्स (REEs), निकल, टंगस्टन, टेल्यूरियम, सिलिकॉन आदि
आवश्यक खनिज: सिलिकॉन, टेल्यूरियम, इंडियम, गैलियम
वर्तमान उत्पादन क्षमता: 64 GW
पीवी (Photovoltaic) सेल निर्माण में आवश्यक
आवश्यक खनिज: डिस्प्रोसियम, नियोडिमियम (REEs)
लक्ष्य: 2030 तक 140 GW (वर्तमान ~42 GW)
आवश्यक खनिज: लिथियम, निकल, कोबाल्ट
लक्ष्य: 6–7 मिलियन EVs का उपयोग (NEMMP लक्ष्य के अंतर्गत)
आवश्यक खनिज: लिथियम, कोबाल्ट, निकल
उपयोग: ग्रिड स्केल लिथियम-आयन बैटरी में
5 प्रमुख खनिजों के लिए रणनीतिक भंडार की स्थापना की जा रही है
2024-25 में 195 नई परियोजनाएँ, जिनमें से 35 राजस्थान में
100+ महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉक्स की नीलामी प्रस्तावित
समुद्री क्षेत्रों में बहु-धात्विक नोड्यूल्स (Co, Ni, Mn, REEs) की खोज
UNFC वर्गीकरण और MEMC नियम, 2015 का उपयोग
निजी कंपनियों के लिए एक्सप्लोरेशन लाइसेंस (EL) की शुरुआत
द्वितीयक स्रोतों (जैसे फ्लाई ऐश, रेड मड) से पुनर्प्राप्ति के लिए प्रोत्साहन व रियायतें
KABIL (खनिज विदेश इंडिया लिमिटेड) के माध्यम से:
अर्जेंटीना की CAMYEN SE के साथ समझौता: 15,703 हेक्टेयर लिथियम ब्लॉक
ऑस्ट्रेलिया के क्रिटिकल मिनरल्स ऑफिस के साथ समझौता ज्ञापन (MoU)
विदेश मंत्रालय (MEA) के सहयोग से रणनीतिक कूटनीति
निजी और सार्वजनिक कंपनियों को वित्तपोषण और दिशानिर्देश प्रदान करना
IREL (इंडिया) लिमिटेड:
इल्मेनाइट, ज़िरकोन, गार्नेट और रेयर अर्थ एलिमेंट्स का उत्पादन
ओडिशा में रेयर अर्थ निष्कर्षण संयंत्र, केरल में रिफाइनिंग यूनिट
₹1,462.5 करोड़ का कारोबार (FY 2021–22)
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