केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (CZA) ने मध्य प्रदेश के रीवा जिले में भारत के पहले सफेद बाघ प्रजनन केंद्र को मंजूरी दे दी है। यह पहल वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, खासकर क्योंकि रीवा ऐतिहासिक रूप से अंतिम ज्ञात जंगली सफेद बाघ से जुड़ा हुआ है। इस परियोजना को 2011 में सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दी गई थी, और इसे गोविंदगढ़ में स्थापित किया जाएगा, जो मुकुंदपुर के सफेद बाघ सफारी के पास स्थित है। इस प्रजनन केंद्र से जैव विविधता संरक्षण को बढ़ावा, वन्यजीव पर्यटन का विकास और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित होने की उम्मीद है।
भारत के पहले सफेद बाघ प्रजनन केंद्र की स्थापना रीवा के गौरवशाली इतिहास और वन्यजीव संरक्षण प्रयासों का सम्मान है। यह न केवल बाघ संरक्षण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, बल्कि पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देगा।
| क्यों चर्चा में? | मध्य प्रदेश में भारत के पहले सफेद बाघ प्रजनन केंद्र को मंजूरी मिली |
| परियोजना | भारत का पहला सफेद बाघ प्रजनन केंद्र |
| मंजूरी प्राधिकरण | केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (CZA) |
| स्थान | गोविंदगढ़, रीवा जिला, मध्य प्रदेश |
| संबंधित सफारी | मुकुंदपुर सफेद बाघ सफारी (10 किमी दूर) |
| ऐतिहासिक महत्व | रीवा ‘मोहान’ नामक अंतिम ज्ञात जंगली सफेद बाघ का निवास स्थान था |
| सरकारी बयान | जैव विविधता संरक्षण, रोजगार सृजन और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए समर्पित |
| भाग किसका है? | मुकुंदपुर सफेद बाघ सफारी और चिड़ियाघर की पुनरीक्षित मास्टर योजना |
भारत में डिजिटल इंडिया को बड़ा प्रोत्साहन देते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY)…
रूस की S-500 मिसाइल प्रणाली, जिसे आधिकारिक रूप से 55R6M “ट्रायंफेटर-M” या प्रोमेतेय कहा जाता…
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 45ZL के तहत भारत की मौद्रिक नीति समिति…
भारत में उच्च शिक्षा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, ऑस्ट्रेलिया की…
सिर्फ 29 साल की उम्र में लुवाना लोप्स लारा (Luana Lopes Lara) ने दुनिया की…
हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…