भारत 26 नवंबर 2025 को गुरुग्राम के ऑर्किड बिज़नेस पार्क में देश का पहला टेस्ला सेंटर लॉन्च करके अपनी इलेक्ट्रिक मोबिलिटी यात्रा में एक नए अध्याय की शुरुआत करने जा रहा है। यह महत्वपूर्ण कदम उस समय आ रहा है जब वैश्विक ईवी दिग्गज टेस्ला ने कुछ महीनों पहले ही भारतीय बाजार में अपने मॉडल Y वेरिएंट्स के साथ आधिकारिक प्रवेश किया था, और मुंबई तथा नई दिल्ली के एरोसिटी में अपने टेस्ला एक्सपीरियंस सेंटर्स की शुरुआत की थी। इस लॉन्च के साथ, भारत टेस्ला का 50वां वैश्विक बाज़ार बन जाएगा, जो कंपनी की सावधानीपूर्ण लेकिन रणनीतिक विस्तार नीति को दर्शाता है, विशेष रूप से ऐसे समय में जब भारत दुनिया के सबसे संभावनाशील ऑटोमोबाइल बाज़ारों में से एक के रूप में उभर रहा है।
टेस्ला का भारत में प्रवेश: एक विस्तृत परिचय
टेस्ला ने वर्ष 2025 के मध्य में आधिकारिक रूप से भारतीय बाजार में प्रवेश किया था और अपनी वैश्विक बेस्ट-सेलर मॉडल वाई (Model Y) की दो वेरिएंट लॉन्च किए:
-
स्टैंडर्ड रेंज मॉडल वाई: ₹59.89 लाख
-
लॉन्ग रेंज मॉडल वाई: ₹67.89 लाख
दोनों मॉडल पूरी तरह शंघाई गिगाफैक्ट्री से आयात किए जाते हैं, जिस पर लगभग 70% आयात शुल्क लगता है। इसी कारण इनकी कीमतें अमेरिकी बाजार की तुलना में लगभग 30% अधिक हैं।
हालाँकि कीमतें प्रीमियम श्रेणी में हैं, फिर भी सितंबर और अक्टूबर 2025 के बीच टेस्ला ने कुल 104 यूनिट की खुदरा बिक्री दर्ज की (FADA और वाहन पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार)। यह भारत के तेजी से उभरते लक्ज़री ईवी बाजार में शुरुआती सकारात्मक प्रतिक्रिया दर्शाता है।
गुरुग्राम टेस्ला सेंटर: क्या-क्या मिल सकेगा?
ऑर्किड बिज़नेस पार्क, गुरुग्राम में खुलने वाला यह केंद्र भारत में अपनी तरह का पहला पूर्ण-सेवा (फुल-सर्विस) टेस्ला सेंटर होगा। यहाँ निम्न सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएँगी:
-
वाहन बिक्री परामर्श
-
डिलीवरी संचालन
-
सर्विस और रिपेयर सुविधाएँ
-
संभवतः टेस्ला की सुपरचार्जिंग संरचना भी
इसके विपरीत, मुंबई और दिल्ली के अनुभव केंद्र (Experience Centres) केवल ब्रांड जागरूकता और ग्राहक शिक्षण पर केंद्रित हैं। गुरुग्राम का यह केंद्र टेस्ला की भारत में मुख्य परिचालन इकाई माना जा रहा है।
नेतृत्व एवं रणनीति
टेस्ला इंडिया का नेतृत्व अब शरद अग्रवाल कर रहे हैं, जिन्होंने नवंबर 2025 में कंपनी जॉइन की। वे इससे पहले लैम्बॉर्गिनी इंडिया के प्रमुख रह चुके हैं और महिंद्रा क्लासिक लीजेंड्स तथा ऑडी इंडिया में भी वरिष्ठ पदों पर कार्य कर चुके हैं।
उनसे अपेक्षा है कि वे प्रीमियम ऑटोमोटिव बाज़ार के अपने अनुभव का उपयोग कर टेस्ला को यूरोपीय ईवी प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले मजबूती से स्थापित करेंगे। उनकी रणनीति मुख्य रूप से निम्न बिंदुओं पर आधारित होगी:
-
शहरी बाज़ारों में मजबूत उपस्थिति
-
ग्राहक-केंद्रित रिटेल अनुभव
-
भारत में प्रीमियम मोबिलिटी ब्रांड के रूप में छवि निर्माण
आगे का रास्ता और रणनीतिक महत्व
गुरुग्राम टेस्ला सेंटर की शुरुआत कई कारकों के अनुरूप है:
-
दिल्ली-एनसीआर की ईवी-हितैषी नीतियाँ
-
उच्च-आय वर्ग (HNI) ग्राहकों की बड़ी संख्या
-
क्षेत्र में चार्जिंग और सर्विसिंग ढाँचा विकसित करने के अवसर
यदि मांग मजबूत रही, तो टेस्ला भविष्य में बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे में भी नए केंद्र खोल सकती है।