भारत का पहला व्यावसायिक स्तर का बायोमास आधारित हाइड्रोजन संयंत्र मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में स्थापित होगा। यह संयंत्र हर दिन 30 टन बायोमास फीडस्टॉक से एक टन हाइड्रोजन का उत्पादन करेगा। संयंत्र को 24 करोड़ रुपये के निवेश के साथ वाटोमो एनर्जी लिमिटेड (Watomo Energies Ltd) और बीज़ल ग्रीन एनर्जी (Biezel Green Energy) के संयुक्त उद्यम द्वारा लगाया जा रहा है।
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कंपनी के पास ‘थर्मली त्वरित एनारोबिक पाचन (टीएडी) रिएक्टर’ की तकनीक है जो बायोमास से हाइड्रोजन, मीथेन और बायोचार का उत्पादन कर सकती है। बीज़ल ग्रीन के पास अभी तक नामित संयुक्त उद्यम में 50 प्रतिशत का स्वामित्व होगा; अन्य 50 प्रतिशत इच्छुक किसानों से आएंगे।
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