गुजरात के कच्छ जिले के पांच गांवों में देश की पहली ‘बालिका पंचायत’ शुरू की गई है। इस पहल का उद्देश्य लड़कियों के सामाजिक और राजनीतिक विकास को बढ़ावा देना और राजनीति में उनकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना है। कच्छ जिले के कुनारिया, मस्का, मोटागुआ और वडसर गांवों में पंचायत शुरू की गई है. यह पहल गुजरात सरकार के महिला एवं बाल विकास कल्याण विभाग द्वारा ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत की गई है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भी देशभर में बालिका पंचायत शुरू करने की योजना बना रहा है।
डाउनलोड करें मई 2022 के महत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स प्रश्नोत्तर की PDF, Download Free PDF in Hindi
“बालिका पंचायत” का प्रबंधन 11-21 आयु वर्ग के लोगों द्वारा किया जाता है और इसका मुख्य उद्देश्य बालिकाओं के सामाजिक और राजनीतिक विकास को बढ़ावा देना और समाज से बाल विवाह और दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को दूर करना है। पंचायत का मुख्य उद्देश्य है कि लड़कियां राजनीति में आगे बढ़ें। बालिका पंचायत में सदस्य को ग्राम पंचायत की तरह ही मनोनीत किया जाता है।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
NTPC लिमिटेड और ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ONGC) ने अपने हरित ऊर्जा उपक्रमों, NTPC…
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने 4 नवम्बर 2024 को ब्रिस्बेन, ऑस्ट्रेलिया में भारतीय कांसुलैट…
भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा ने क्रिकेट के सभी रूपों से संन्यास लेने की घोषणा की…
भारत और फ्रांस को 2024 से 2026 के लिए अंतर्राष्ट्रीय सौर संघ (ISA) के अध्यक्ष…
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने लद्दाख के लेह में अपने एनालॉग स्पेस मिशन की…
बोत्सवाना के नए राष्ट्रपति ड्यूमा बोको ने बोट्सवाना डेमोक्रेटिक पार्टी (BDP) के छह दशकों के…