भारतीय तटरक्षक पोत कर्नाकलाता बरुआ की तैनाती कोलकाता में की गई है। यह गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) लिमिटेड द्वारा निर्मित फास्ट पैट्रोल वेसल (FPV) की श्रृंखला का पांचवां और अंतिम पोत है। FPV इंसोर गश्ती पोतों का उन्नत संस्करण हैं जो पतवार के संशोधित रूप के साथ हैं, जो 34 क्नोट्स गति तक चल सकता हैं। इन पोतों को जीआरएसई द्वारा भारतीय नौसेना को सौंपा गया है।
भारतीय तटरक्षक पोत वेसल कर्नाकलाता बरुआ का नाम एक युवा स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर रखा गया था, जिन्हें भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान असम में गोली मार दी गई थी। अन्य चार ICGS प्रियदर्शिनी (इंदिरा गांधी के नाम पर), ICGS एनी बेसेंट, ICGS कमला देवी (कमला देवी चट्टोपाध्याय के नाम पर), और ICGS अमृत कौर हैं। ये जहाज गश्त, समुद्री निगरानी, तस्करी-रोधी, अवैध शिकार-रोधी अभियानों और मत्स्य संरक्षण और बचाव तथा खोज अभियानों के लिए भी अनुकूल हैं।
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