भारत और इजराइल के बीच शीर्ष 10 रक्षा सहयोगों के बारे में जानें, जिनमें मिसाइल प्रणाली, यूएवी, रडार प्रौद्योगिकियां और आतंकवाद विरोधी प्रयास शामिल हैं – रणनीतिक अंतर्दृष्टि और वास्तविक दुनिया के प्रभाव के साथ समझाया गया है।
भारत-इज़राइल रक्षा साझेदारी 21वीं सदी में सबसे मज़बूत द्विपक्षीय सुरक्षा संबंधों में से एक बन गई है। पिछले तीन दशकों में, इज़राइल भारत के शीर्ष रक्षा आपूर्तिकर्ताओं में से एक के रूप में उभरा है , जो उच्च-स्तरीय तकनीक, खुफिया सहयोग और युद्ध के मैदान में परखे गए समाधान प्रदान करता है। बदले में, भारत इज़राइल को एक बड़ा रक्षा बाज़ार और एशिया में रणनीतिक भू-राजनीतिक संरेखण प्रदान करता है।
यहां भारत और इजराइल के बीच शीर्ष 10 रक्षा सहयोग दिए गए हैं, जिनमें उनके सामरिक महत्व , तकनीकी दायरे और परिचालन उपयोगिता के बारे में बताया गया है।
बराक मिसाइल परिवार में बराक-1 , बराक-8 और बराक एमएक्स प्रणालियाँ शामिल हैं – जिन्हें इज़राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आईएआई) और भारत के डीआरडीओ द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है।
मुख्य विशेषता: विमान, यूएवी, क्रूज मिसाइलों और जहाज-रोधी मिसाइलों के विरुद्ध 360° वायु रक्षा प्रदान करता है।
हेरोन और सर्चर MALE (मध्यम ऊंचाई लंबी क्षमता) यूएवी हैं जिनका उपयोग ISR (खुफिया, निगरानी, टोही) कार्यों के लिए किया जाता है।
भविष्य में उन्नयन: हेरोन टीपी सशस्त्र संस्करण अधिग्रहण के अंतर्गत है, जो अधिक समय तक टिकने और प्रहार करने की क्षमता से युक्त है।
स्पाइडर (सतह से हवा में मार करने वाली पायथन और डर्बी) एक त्वरित प्रतिक्रिया वायु रक्षा प्रणाली है।
विशेषता: लॉन्च से पहले/बाद में लॉक-ऑन क्षमताओं के साथ पायथन-5 और डर्बी मिसाइलों को लॉन्च करता है।
ईएल/डब्लू-2090 फाल्कन रडार को रूसी आईएल-76 विमान में एकीकृत किया गया।
ताकत: एशिया में सबसे उन्नत AWACS प्लेटफार्मों में से एक
मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (एमआर-एसएएम) विकसित करने के लिए डीआरडीओ और आईएआई के बीच एक संयुक्त परियोजना
स्थिति: अनेक एयरबेसों और क्षेत्रीय संरचनाओं में तैनात
हारोप एक आत्मघाती ड्रोन है जिसे इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज द्वारा डिजाइन किया गया है।
प्रभावशीलता: SEAD (शत्रु वायु रक्षा का दमन) मिशन के लिए आदर्श
इजराइल की ईएल/एम रडार श्रृंखला उन्नत अग्नि-नियंत्रण और निगरानी रडार हैं।
प्रभाव: भारत की लड़ाकू रडार क्षमताओं और स्वदेशी अनुसंधान एवं विकास को मजबूती मिलेगी।
इजराइल ने भारत को निम्नलिखित पैदल सेना के हथियार प्रदान किए हैं :
हालिया अपडेट: भारत मेक इन इंडिया के तहत नेगेव एनजी7 एलएमजी का स्थानीय स्तर पर उत्पादन करेगा।
इज़राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने भारत में इलेक्ट्रॉनिक युद्ध , रडार और रक्षा संचार प्रणालियों के निर्माण के लिए संयुक्त उद्यम स्थापित किया है।
सामरिक बढ़त: भारत के ईडब्ल्यू और कमांड एवं नियंत्रण बुनियादी ढांचे को मजबूत करता है।
आतंकवाद विरोधी अभियानों , वास्तविक समय खुफिया जानकारी साझा करने और प्रशिक्षण में गहन सहयोग।
लाभ: इजरायल की युद्ध-कठोर आतंकवाद-रोधी रणनीति भारत के आंतरिक सुरक्षा तंत्र को मजबूत बनाती है ।
| क्षेत्र | भारत के लिए इजरायल का योगदान |
|---|---|
| मिसाइल रक्षा | बराक-8, स्पाइडर, एमआर-एसएएम |
| निगरानी और आईएसआर | हेरोन, सर्चर यूएवी, फाल्कन एडब्लूएसीएस |
| वायु रक्षा एवं EW | एईएसए रडार, घूमते हथियार, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध |
| हथियार एवं छोटे हथियार | टेवर राइफलें, नेगेव एलएमजी, गैलिल स्नाइपर्स |
| संयुक्त अनुसंधान एवं विकास एवं विनिर्माण | डीआरडीओ-आईएआई कार्यक्रम, आईएआई-बीईएल संयुक्त उद्यम, मेक इन इंडिया समर्थन |
| आतंकवाद | इंटेल सहयोग, विशेष बल प्रशिक्षण |
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