भारत पहली बार 28 से 31 अक्टूबर 2025 तक एशिया पैसिफिक एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ग्रुप (APAC-AIG) की बैठक और कार्यशाला की मेजबानी करने जा रहा है। यह एक महत्वपूर्ण एविएशन सेफ्टी (Aviation Safety) कार्यक्रम है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय नागर विमानन संगठन (ICAO) के एशिया-प्रशांत क्षेत्र के सदस्य देशों के लगभग 90 प्रतिनिधि और वैश्विक संस्थानों के विशेषज्ञ शामिल होंगे।
यह कार्यक्रम विमान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (AAIB) द्वारा नागर विमानन मंत्रालय के तहत आयोजित किया जा रहा है, जो भारत की वैश्विक विमानन सुरक्षा क्षेत्र में बढ़ती नेतृत्व भूमिका को दर्शाता है। इस आयोजन का उद्घाटन केंद्रीय नागर विमानन मंत्री श्री राम मोहन नायडू द्वारा किया जाएगा।
APAC-AIG बैठक एक वार्षिक मंच है जिसे ICAO द्वारा आयोजित किया जाता है, जहां एशिया-प्रशांत क्षेत्र के सदस्य देश विमान दुर्घटनाओं और घटनाओं की जांच से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहयोग करते हैं।
इस समूह का मुख्य उद्देश्य है —
क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करना
तकनीकी विशेषज्ञता, ज्ञान और सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान
एशिया और प्रशांत क्षेत्र में दुर्घटना/घटना जांच की क्षमता को बेहतर बनाना
अब तक यह बैठक विभिन्न सदस्य देशों में आयोजित होती रही है, लेकिन भारत 2025 में पहली बार इसकी मेजबानी कर रहा है, जो देश की नागर विमानन प्रगति में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
यह चार दिवसीय कार्यक्रम दो हिस्सों में विभाजित होगा —
दो दिवसीय तकनीकी कार्यशाला में विमान दुर्घटना जांच के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा होगी, जैसे —
जांच प्रक्रिया
उन्नत तकनीकों का उपयोग
रिपोर्टिंग मैकेनिज्म
अंतरराष्ट्रीय सहयोग प्रोटोकॉल
इस सत्र में AAIB (भारत), DGCA (Directorate General of Civil Aviation), ICAO और अन्य APAC देशों के अधिकारी शामिल होंगे, जो ज्ञान-साझाकरण सत्रों का नेतृत्व करेंगे।
इन दो दिनों में ICAO सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के बीच उच्च-स्तरीय चर्चाएं होंगी, जिनमें निम्नलिखित विषयों पर विचार किया जाएगा —
जांच ढांचे को मजबूत बनाना
पारदर्शिता और समन्वय को बढ़ाना
नई सुरक्षा सिफारिशों का कार्यान्वयन
क्षेत्रीय विमानन सुरक्षा में भविष्य का सहयोग
भारत द्वारा पहली बार APAC-AIG बैठक की मेजबानी करना प्रतीकात्मक और रणनीतिक दोनों है। यह कदम —
भारत की विमानन सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय मानकों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
भारत को वायु दुर्घटना जांच विशेषज्ञता के क्षेत्र में क्षेत्रीय नेता के रूप में स्थापित करता है।
तकनीकी सहयोग, क्षमता निर्माण और नीति नेतृत्व के नए अवसर खोलता है।
भारत का तेजी से बढ़ता हुआ नागर विमानन क्षेत्र इस प्रकार के अंतरराष्ट्रीय मंचों में भागीदारी के माध्यम से अपनी तैयारी, अनुपालन और जांच क्षमताओं को और मजबूत कर सकता है।
| विषय | विवरण |
|---|---|
| कार्यक्रम का नाम | एशिया पैसिफिक एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ग्रुप (APAC-AIG) |
| तिथि | 28–31 अक्टूबर 2025 |
| स्थान | भारत (पहली बार मेजबानी) |
| आयोजक | विमान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (AAIB), नागर विमानन मंत्रालय |
| उद्घाटनकर्ता | नागर विमानन मंत्री श्री राम मोहन नायडू |
| प्रतिभागी | लगभग 90 अंतरराष्ट्रीय जांचकर्ता, ICAO, DGCA और अन्य देशों के प्रतिनिधि |
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