International Mathematical ओलंपियाड में भारत को मिली 7वीं रैंक

भारत ने अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक उत्कृष्टता की दिशा में अपनी प्रगति जारी रखते हुए ऑस्ट्रेलिया के सनशाइन कोस्ट में आयोजित 66वें अंतरराष्ट्रीय गणित ओलंपियाड (IMO) 2025 में सातवां स्थान हासिल किया। 110 देशों की प्रतिस्पर्धा के बीच भारत की छह सदस्यीय टीम ने तीन स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य पदक जीता तथा 252 में से 193 अंक प्राप्त कर राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाया। यह उपलब्धि भारत की गणितीय शिक्षा, प्रतिभा विकास, और ओलंपियाड प्रशिक्षण व्यवस्था की प्रभावशीलता को उजागर करती है।

पृष्ठभूमि: अंतरराष्ट्रीय गणित ओलंपियाड (IMO) क्या है?
IMO विश्व का सबसे प्रतिष्ठित पूर्व-विश्वविद्यालय स्तर का गणित प्रतियोगिता है, जिसकी शुरुआत 1959 में हुई थी और इसे प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। यह प्रतियोगिता दो दिनों में छह अत्यंत जटिल समस्याओं के माध्यम से छात्रों की बीजगणित, ज्यामिति, संख्या सिद्धांत, और संयोजन गणित में गहराई से समझ का परीक्षण करती है। प्रत्येक देश अपनी छह सदस्यीय टीम भेजता है, जो कठोर राष्ट्रीय चयन प्रक्रिया के माध्यम से चुनी जाती है। भारत ने पहली बार 1989 में IMO में भाग लिया, और इसके लिए चयन एवं प्रशिक्षण की जिम्मेदारी टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR) के अधीन होमी भाभा विज्ञान शिक्षा केंद्र (HBCSE) निभाता है।

भारत का प्रदर्शन: IMO 2025 में रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन
IMO 2025 में भारत की टीम—कनव तलवार, आरव गुप्ता, अधित्य मंगुडी (स्वर्ण पदक); एबेल जॉर्ज मैथ्यू, आदिश जैन (रजत पदक); और अर्चित मानस (कांस्य पदक)—ने देश के इतिहास का सर्वोच्च कुल स्कोर 193 अंक प्राप्त किया। यह दूसरा मौका है जब भारत ने तीन स्वर्ण पदक जीते (पहली बार 1998 में) और तीसरी बार सातवां स्थान प्राप्त किया (पहले 1998 और 2001 में)। 2024 में भारत ने चार स्वर्ण पदकों के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ स्थान—चौथा—हासिल किया था।

महत्व और रुझान
पिछले एक दशक में भारत का प्रदर्शन निरंतर बेहतर हुआ है। 2019 से 2025 के बीच भारतीय छात्रों ने कुल 12 स्वर्ण पदक जीते हैं, जिनमें से नौ केवल पिछले तीन वर्षों (2023–2025) में आए हैं। यह भारत में गणित शिक्षा की गुणवत्ता, विशेषज्ञ प्रशिक्षण तक पहुँच, और युवा प्रतिभाओं की प्रेरणा में वृद्धि को दर्शाता है। ऐसी उपलब्धियाँ भारत को STEM शिक्षा में एक उभरती वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित करती हैं।

HBCSE की भूमिका और चयन प्रक्रिया
TIFR के अधीन HBCSE राष्ट्रीय ओलंपियाड कार्यक्रम का संचालन करता है, जिसमें परीक्षाएं, प्रशिक्षण शिविर और अंतरराष्ट्रीय भागीदारी शामिल है। चयन प्रक्रिया में प्री-रीजनल मैथमैटिकल ओलंपियाड (PRMO), रीजनल मैथमैटिकल ओलंपियाड (RMO), INMO और फिर HBCSE में आयोजित प्रशिक्षण शिविरों की श्रृंखला शामिल होती है। IMO 2025 में भारतीय टीम का नेतृत्व प्रो. शांता लैशराम (ISI दिल्ली) और डॉ. मैनक घोष (ISI बेंगलुरु) ने किया।

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
vikash

Recent Posts

World Soil Day 2025: जानें मृदा दिवस क्यों मनाया जाता है?

हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…

2 hours ago

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस 2025: इतिहास और महत्व

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…

2 hours ago

संयुक्त राष्ट्र प्रणाली: मुख्य निकाय, कोष, कार्यक्रम और विशेष एजेंसियां

यूनाइटेड नेशंस (UN) एक बड़े इंस्टीट्यूशनल सिस्टम के ज़रिए काम करता है जिसे UN सिस्टम…

3 hours ago

मिज़ोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल का 73 वर्ष की उम्र में निधन

मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ अधिवक्ता स्वराज कौशल का 4 दिसंबर 2025 को 73…

6 hours ago

Aadhaar प्रमाणीकरण लेनदेन नवंबर में 8.5 प्रतिशत बढ़कर 231 करोड़ हुए

भारत में आधार का उपयोग लगातार तेजी से बढ़ रहा है। नवंबर 2025 में, आधार…

7 hours ago