भारत सरकार ने भौगोलिक संकेत (GI) प्राप्त चावल की किस्मों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए नए हार्मोनाइज्ड सिस्टम ऑफ नोमेनक्लेचर (HSN) कोड विकसित करने की पहल की है। व्यापार विश्लेषकों का कहना है कि यह दुनिया में पहली बार है कि जीआई-मान्यता प्राप्त चावल के लिए एचएस कोड पेश किया गया है।
अब तक, भारत का चावल निर्यात व्यापक HSN कोड के तहत वर्गीकृत होता था, जिससे सामान्य और विशेष चावल की किस्मों के बीच अंतर करना कठिन था। इस नई व्यवस्था से:
भारत सरकार ने हाल के महीनों में घरेलू जरूरतों और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के बीच संतुलन बनाने के लिए कई नीतिगत परिवर्तन किए हैं:
GI-टैग प्राप्त चावल के लिए विशिष्ट HS कोड तैयार करना भारत सरकार की व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य देश की अनूठी कृषि विरासत को संरक्षित और बढ़ावा देना है। यह कदम किसानों के हितों की रक्षा करेगा और भारत को विशिष्ट वैश्विक बाजारों में मजबूती से स्थापित करने में मदद करेगा, जहां विशिष्ट कृषि उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ रही है।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…
अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…
यूनाइटेड नेशंस (UN) एक बड़े इंस्टीट्यूशनल सिस्टम के ज़रिए काम करता है जिसे UN सिस्टम…
मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ अधिवक्ता स्वराज कौशल का 4 दिसंबर 2025 को 73…
भारत विश्व की कुल जैव विविधता का लगभग 8% हिस्सा अपने भीतर समेटे हुए है।…
भारत में आधार का उपयोग लगातार तेजी से बढ़ रहा है। नवंबर 2025 में, आधार…