Categories: Uncategorized

भारत, रूस ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए प्रमुख क्षेत्रों की पहचान की

भारत और रूस ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए प्रमुख क्षेत्रों की पहचान की है, जिनमें अंतरिक्ष और समुद्री प्रोद्योगिकी, आईटी और गहरे समुंद्री इंजीनियरिंग शामिल हैं. साइबेरियाई शहर नोवोसिबिर्स्क में विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहयोग पर भारत-रूस संयुक्त समिति की पहली बैठक में क्षेत्रों का चयन किया गया.

इस बैठक में रक्षा मंत्री अरुण जेटली और रूसी उप प्रधान मंत्री दिमित्री रोगोजिन ने सह-अध्यक्षता की. भारत के ‘मेक इन इंडिया’ पहल से प्रेरित होकर, मास्को ने स्थानीय विनिर्माण और प्रौद्योगिकी विकास को बढ़ावा देने के लिए “Do It In Russia” की शुरुआत की.
उपरोक्त समाचार से महत्वपूर्ण तथ्य-
  • रूस की राजधानी मास्को है और इसकी मुद्रा रूसी रूबल है.
  • रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन हैं.

स्त्रोत- AIR World Service

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
admin

Recent Posts

World Soil Day 2025: जानें मृदा दिवस क्यों मनाया जाता है?

हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…

15 mins ago

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस 2025: इतिहास और महत्व

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…

26 mins ago

संयुक्त राष्ट्र प्रणाली: मुख्य निकाय, कोष, कार्यक्रम और विशेष एजेंसियां

यूनाइटेड नेशंस (UN) एक बड़े इंस्टीट्यूशनल सिस्टम के ज़रिए काम करता है जिसे UN सिस्टम…

2 hours ago

मिज़ोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल का 73 वर्ष की उम्र में निधन

मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ अधिवक्ता स्वराज कौशल का 4 दिसंबर 2025 को 73…

4 hours ago

Aadhaar प्रमाणीकरण लेनदेन नवंबर में 8.5 प्रतिशत बढ़कर 231 करोड़ हुए

भारत में आधार का उपयोग लगातार तेजी से बढ़ रहा है। नवंबर 2025 में, आधार…

5 hours ago