भारत ने फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए जारी की 2.5 मिलियन डॉलर की पहली किश्त

भारत सरकार ने निकट पूर्व में फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) को वर्ष 2024-25 के लिए वादे किए गए 5 मिलियन डॉलर में से 2.5 मिलियन डॉलर जारी किए हैं। इस पैसे का उपयोग फिलिस्तीनी शरणार्थियों को शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और अन्य सेवाएं प्रदान करने के लिए किया जाएगा।

फ़िलिस्तीनी लोगों को भारतीय सहायता

भारत सरकार के अनुसार, उसने 2023-24 तक निकट पूर्व में फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) को 35 मिलियन डॉलर प्रदान किए हैं। इस धन का उपयोग फ़िलिस्तीनी शरणार्थियों को शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और अन्य सेवाएँ प्रदान करने के लिए किया जा रहा है। भारत सरकार ने हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यूयॉर्क में आयोजित यूएनआरडब्ल्यूए दानकर्ता सम्मेलन में यूएनआरडब्ल्यूए को दवाएं उपलब्ध कराने का वादा भी किया है।

फ़िलिस्तीनी शरणार्थी कौन हैं?

फ़िलिस्तीनी शरणार्थी वे व्यक्ति और उनके वंशज हैं जिन्होंने 1948 के संघर्ष के दौरान अपने घर से बेघर हो और फ़िलिस्तीन से निर्वासित हो गए थे।द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, संयुक्त राष्ट्र ने 29 नवंबर 1947 को पश्चिम एशिया में फिलिस्तीन राज्य को इज़राइल और फिलिस्तीन के दो संप्रभु देशों में विभाजित करने के लिए एक प्रस्ताव अपनाया। उस समय फ़िलिस्तीन, जो अंग्रेज़ों के नियंत्रण में था, में रहने वाले लोग मुख्यतः मुस्लिम अरब थे।

एक नई देश इज़राइल की स्थापना करना था जो यहूदी लोगों की मातृभूमि होगी। फिलिस्तीन के मूल अरब मुस्लिम निवासी और अन्य अरब देशों ने इजराइल के निर्माण और फिलिस्तीन के विभाजन का विरोध किया। 14 मई 1948 को इज़राइल द्वारा अपनी स्वतंत्रता की घोषणा के बाद युद्ध छिड़ गया। पड़ोसी अरब देशों के समर्थन से फ़िलिस्तीनी अरबों ने इज़राइल पर हमला किया लेकिन वे युद्ध हार गए।

इस युद्ध के दौरान इज़राइल ने फ़िलिस्तीनी राज्य के लिए निर्धारित क्षेत्र के लगभग 77 प्रतिशत क्षेत्र पर कब्ज़ा कर लिया। अरब फ़िलिस्तीनी आबादी के आधे से अधिक लोगों को इस क्षेत्र से निष्कासित कर दिया गया या वे यहाँ से भाग गए । साल 1967 के अरब-इजरायल युद्ध में, इज़राइल ने फिर से अरब सेनाओं को हरा दिया और मिस्र की गाजा पट्टी और जॉर्डन के पश्चिमी तट पर कब्जा कर लिया, जहाँ बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी आबादी रहती थी।

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
vikash

Recent Posts

प्रधानमंत्री ने WHO ग्लोबल समिट में अश्वगंधा पर स्मारक डाक टिकट जारी किया

नई दिल्ली में आयोजित द्वितीय WHO वैश्विक पारंपरिक चिकित्सा शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र…

9 hours ago

भारत और नीदरलैंड ने संयुक्त व्यापार और निवेश समिति (JTIC) का गठन किया

भारत और नीदरलैंड्स ने अपने आर्थिक साझेदारी संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक…

11 hours ago

जम्मू-कश्मीर को अपना पहला Gen Z पोस्ट ऑफिस मिला

जम्मू-कश्मीर ने सार्वजनिक सेवाओं के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।…

11 hours ago

ISRO ने RESPOND बास्केट 2025 लॉन्च किया

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने RESPOND Basket 2025 जारी किया है, जिसके तहत देशभर…

13 hours ago

PM मोदी ने किया गुवाहाटी एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 दिसंबर 2025 को असम में लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई…

13 hours ago

मिची बेंटहॉस अंतरिक्ष में जाने वाली पहली व्हीलचेयर यूज़र बनकर इतिहास रचेंगी

जर्मन एयरोस्पेस इंजीनियर मिची बेंटहॉस अंतरिक्ष यात्रा करने वाली पहली व्हीलचेयर उपयोगकर्ता व्यक्ति बनने जा…

15 hours ago