प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की यात्रा पर आए केन्याई राष्ट्रपति विलियम समोई रुतो के साथ व्यापक वार्ता के बाद केन्या को उसके कृषि क्षेत्र के आधुनिकीकरण के लिए 25 करोड़ डॉलर (लगभग 2 हजार करोड़ रुपये) की ऋण सुविधा देने के भारत के फैसले की घोषणा की। रुतो दोनों देशों के बीच समग्र संबंधों का विस्तार करने के उद्देश्य से 3 दिन की यात्रा पर यहां पहुंचे। मोदी ने वार्ता के बाद मीडिया को जारी बयान में कहा कि अपनी विदेश नीति में भारत ने हमेशा अफ्रीका को उच्च प्राथमिकता दी है और पिछले करीब एक दशक में मिशन मोड पर इस महाद्वीप के साथ अपने समग्र संबंधों का विस्तार किया है।
पीएम मोदी ने कहा,‘मुझे विश्वास है कि राष्ट्रपति रुतो की भारत यात्रा से न केवल द्विपक्षीय संबंध मजबूत होंगे बल्कि अफ्रीका के साथ हमारे संबंधों को नई गति मिलेगी।’ बाद में मोदी ने ‘X’ पर एक पोस्ट में कहा,‘राष्ट्रपति रुतो के साथ आज सार्थक बातचीत हुई। हमें भारत-केन्या संबंधों की पूरी श्रृंखला की समीक्षा करने का अवसर मिला। हमने अपने देशों के बीच आर्थिक संबंधों को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की। हमारे देश प्रौद्योगिकी, डिजिटल नवाचारों, स्वच्छ ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में भी एक साथ काम करेंगे।’ पीएम मोदी ने इस बात पर खुशी जताई कि अफ्रीकन यूनियन के G20 में शामिल होने के कुछ समय बाद ही रुतो की भारत यात्रा हो रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत केन्या को उसके कृषि क्षेत्र के आधुनिकीकरण के लिए 25 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा उपलब्ध कराएगा। उन्होंने कहा,‘एक प्रगतिशील भविष्य की नींव रखते हुए आज हमने सभी क्षेत्रों में अपना सहयोग सुदृढ़ करने पर विचार किया और कई नई पहल की पहचान भी की। भारत और केन्या के बीच आपसी व्यापार और निवेश में लगातार प्रगति हो रही है। हमारे आर्थिक सहयोग के पूरी क्षमता के दोहन के लिए हम नए अवसरों की तलाश जारी रखेंगे। भारत केन्या के लिए एक विश्वसनीय और प्रतिबद्ध विकास साझेदार रहा है।’
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पीएम मोदी ने कहा कि 2 कृषि प्रधान अर्थव्यवस्थाओं के रूप में भारत और केन्या ने अपने अनुभव साझा करने पर सहमति जताई। उन्होंने कहा,‘केन्या के कृषि क्षेत्र का आधुनिकिकरण करने के लिए हमने 250 मिलियन डॉलर की ऋण सुविधा प्रदान करने का भी निर्णय लिया है।’ हिंद-प्रशांत का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि क्षेत्र में भारत और केन्या के बीच करीबी सहयोग साझा प्रयासों को आगे बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि भारत और केन्या का मानना है कि आतंकवाद मानवता के सामने सबसे गंभीर चुनौती है और दोनों पक्षों ने आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाने का फैसला किया है।
केन्या में रहने वाले 80, 000 भारतीय मूल के लोगों को दोनों देशों के संबंधों की सबसे बड़ी ताकत करार देते हुए पीएम मोदी ने उम्मीद जताई कि सांस्कृतिक आदान प्रदान वाले कार्यक्रमों से दोनों देशों की आपसी नज़दीकियां और बढ़ेंगी। केन्या के लंबी दूरी और मैराथन धावकों के प्रदर्शन और वहां क्रिकेट की लोकप्रियता का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों में खेलों के क्षेत्र में आपसी सहयोग को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते पर सहमति बनी है।
परीक्षा से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न
Q1. भारत ने केन्या को 250 मिलियन डॉलर की ऋण सुविधा क्यों दी?
उत्तर. भारत ने केन्या के कृषि क्षेत्र के आधुनिकीकरण का समर्थन करने के लिए नियंत्रण रेखा का विस्तार किया।
Q2. केन्या के कृषि क्षेत्र के आधुनिकीकरण के लिए ऋण सहायता की घोषणा किसने की?
उत्तर. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने केन्या के राष्ट्रपति विलियम सामोई रुतो की यात्रा के दौरान ऋण सहायता की घोषणा की।
Q3. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और केन्या के बीच साझेदारी बढ़ाने के लिए किन क्षेत्रों पर जोर दिया?
उत्तर. प्रधानमंत्री मोदी ने कृषि, रक्षा, आतंकवाद-निरोध और प्रौद्योगिकी में साझेदारी बढ़ाने पर जोर दिया।
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