ईरान द्वारा एक स्थानीय कंपनी को विशाल गैस क्षेत्र विकसित करने का अनुबंध दिए जाने के बाद भारत ने ONGC विदेश लिमिटेड द्वारा फारस की खाड़ी में खोजे गए फरज़ाद-B गैस फील्ड (Farzad-B gas field) को खो दिया. नेशनल ईरानी ऑयल कंपनी (NIOC) ने फारस की खाड़ी में फरज़ाद-B गैस फील्ड के विकास के लिए पेट्रोपार्स ग्रुप के साथ 1.78 बिलियन अमरीकी डालर के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं.
इस क्षेत्र में 23 ट्रिलियन क्यूबिक फीट गैस का भंडार है, जिसमें से लगभग 60 प्रतिशत की वसूली की जा सकती है. इसमें लगभग 5,000 बैरल प्रति बिलियन क्यूबिक फीट गैस का गैस कंडेनसेट भी है.
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सरकारी स्वामित्व वाली तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ONGC) की विदेशी निवेश शाखा ONGC विदेश लिमिटेड (OVL) ने 2008 में फारसी अपतटीय अन्वेषण ब्लॉक में एक विशाल गैस क्षेत्र की खोज की थी. OVL और उसके सहयोगियों ने खोज के विकास के लिए 11 अरब अमेरिकी डॉलर तक के निवेश की पेशकश की थी, जिसे बाद में फरजाद-B नाम दिया गया.
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