मुख्य समझौते और उपलब्धियां
- रक्षा समझौता ज्ञापन (MoU): द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को मजबूत करता है।
- सांस्कृतिक विनिमय कार्यक्रम: 2029 तक कला और साहित्य में सहयोग को प्रोत्साहित करता है।
- खेल कार्यकारी कार्यक्रम: 2028 तक खेलों में सहयोग को बढ़ावा देता है।
- कुवैत की आईएसए सदस्यता: सौर ऊर्जा सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
पिछले और वर्तमान संबंध
भारत और कुवैत के सदियों पुराने संबंध ऐतिहासिक व्यापारिक रिश्तों से रणनीतिक आर्थिक और राजनीतिक सहयोग तक विकसित हुए हैं। कुवैत की हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) में सदस्यता और खाद्य पार्कों में रुचि भारत की वैश्विक जलवायु और कृषि पहलों के साथ मेल खाती है। यह साझेदारी पारस्परिक लाभ और क्षेत्रीय स्थिरता का समर्थन करती है, जो ऐतिहासिक सहयोगियों के बीच आधुनिक तालमेल को प्रदर्शित करती है।
भविष्य की दृष्टि
यह मजबूत साझेदारी, साझा दृष्टिकोण पर आधारित होकर, सतत विकास को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय सुरक्षा को मजबूत करने का लक्ष्य रखती है। दोनों नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र सुधारों और उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया।
समाचार का सारांश
मुख्य बिंदु | विवरण |
क्यों चर्चा में | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 21-22 दिसंबर 2024 की कुवैत यात्रा के दौरान कुवैत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल-कबीर’ से सम्मानित किया गया। |
पुरस्कार का नाम | द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल-कबीर |
पुरस्कार का उद्देश्य | भारत और कुवैत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में पीएम मोदी के प्रयासों की सराहना। |
कुवैत – राजधानी | कुवैत सिटी |
कुवैत – मुद्रा | कुवैती दिनार |
कुवैत – प्रधानमंत्री | शेख अहमद नवाफ अल-अहमद अल-सबा |
कुवैत – सम्राट | अमीर नवाफ अल-अहमद अल-जाबेर अल-सबा |
यात्रा के प्रमुख परिणाम | रणनीतिक साझेदारी तक संबंधों को उन्नत किया; व्यापार, रक्षा, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और सांस्कृतिक सहयोग पर समझौते। |