रियाद डिज़ाइन लॉ ट्रीटी (DLT), जो विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO) के सदस्य देशों द्वारा अपनाई गई है, पर भारत ने हस्ताक्षर किए हैं। इस ऐतिहासिक संधि का उद्देश्य औद्योगिक डिज़ाइन पंजीकरण प्रक्रियाओं को वैश्विक स्तर पर एकरूप बनाना है। लगभग दो दशकों के लंबे विचार-विमर्श के बाद यह संधि बनाई गई है, जो बौद्धिक संपदा (IP) संरक्षण को सरल, कुशल और सभी के लिए सुलभ बनाने के लिए नई व्यवस्थाएँ प्रस्तुत करती है।
पहलू | विवरण |
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चर्चा में क्यों? | भारत ने रियाद डिज़ाइन लॉ ट्रीटी (DLT) पर हस्ताक्षर किए। |
उद्देश्य | सदस्य देशों में औद्योगिक डिजाइन पंजीकरण प्रक्रियाओं में सामंजस्य स्थापित करना अडॉप्टिंग बॉडी वर्ल्ड इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑर्गनाइजेशन (WIPO) |
प्रमुख प्रावधान | – समय सीमा में ढील – खोए हुए अधिकारों की बहाली – असाइनमेंट/लाइसेंस की सरलीकृत रिकॉर्डिंग – एक आवेदन में कई डिज़ाइन – इलेक्ट्रॉनिक फाइलिंग सिस्टम को बढ़ावा |
भारत की भूमिका |
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