विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर की अध्यक्षता में भारत-मध्य एशिया संवाद की दूसरी बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में मध्य एशियाई के सभी पांच देशों- कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, उज्बेकिस्तान और किर्गिस्तान के विदेश मंत्रियों ने भाग लिया।
बैठक के दौरान भारत ने कनेक्टिविटी, ऊर्जा, आईटी, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कृषि क्षेत्र के लिए मध्य एशियाई देशों की “priority developmental projects” (प्रमुख विकासात्मक परियोजनाओं) के लिए 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर की लाइन ऑफ़ क्रेडिट की घोषणा की और इन देशों में सामाजिक-आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजनाएं (HICDP) के कार्यान्वयन के लिए अनुदान सहायता प्रदान करने की पेशकश भी की।
इसके अलावा, इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री विशेष अथिति के रूप में इस बैठक में शामिल हुए। पहला भारत-मध्य एशिया संवाद 2019 में उज्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित किया गया था।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
22 नवंबर 2024 की शाम, बीसीसीआई और एसीसी के प्रमुख तथा आईसीसी के अध्यक्ष-निर्वाचित जय…
22 नवंबर 2024 को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और श्रम, रोजगार, युवा मामले और…
15 नवंबर 2024 को समाप्त हुए सप्ताह में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves)…
22 नवंबर 2024 को एशिया इंडेक्स प्राइवेट लिमिटेड, जो बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) की सहायक…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर के ललटिपारा में भारत की पहली आधुनिक…
भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), बेंगलुरु के शोधकर्ताओं ने STRONG (STring Representation Of Nanopore Geometry) नामक…