2019 में वैश्विक स्मार्टफोन निर्यात में 23वें स्थान से 2024 में तीसरे स्थान पर पहुंचना एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। नवंबर 2024 में स्मार्टफोन निर्यात ₹20,000 करोड़ से अधिक होने के साथ, यह वृद्धि भारत द्वारा सरकारी पहलों के प्रभावी उपयोग और मजबूत घरेलू उत्पादन आधार को दर्शाती है।
2019 में वैश्विक स्मार्टफोन निर्यात में 23वें स्थान से 2024 में तीसरा स्थान प्राप्त करने के लिए भारत का चढ़ना इसकी विनिर्माण और निर्यात क्षमताओं में एक बड़ी उपलब्धि है। नवंबर 2024 में स्मार्टफोन निर्यात ₹20,000 करोड़ को पार कर जाने के साथ, यह वृद्धि सरकारी पहलों और एक मजबूत घरेलू उत्पादन पारिस्थितिकी तंत्र का लाभ उठाने में भारत की सफलता को उजागर करती है।
मुख्य बातें
स्मार्टफोन निर्यात में वृद्धि
- नवंबर 2024 में भारत का स्मार्टफोन निर्यात पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 92% बढ़ गया।
- नवंबर 2024 में निर्यात ₹20,395 करोड़ तक पहुंच गया, जो नवंबर 2023 में ₹10,634 करोड़ से तीव्र वृद्धि है।
विकास को गति देने वाली सरकारी पहल
- उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना: इसका उद्देश्य स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देना और आयात पर निर्भरता कम करना है।
- 2024-25 के लिए पीएलआई लक्ष्यों में कुल उत्पादन मूल्य का 70-75% निर्यात करना शामिल है।
- भारत में विनिर्माण इकाइयां स्थापित करने के लिए घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों को समर्थन।
पीएलआई योजना के अंतर्गत उपलब्धियां
- महत्वाकांक्षी निर्यात लक्ष्य को पार कर लिया गया, जो योजना की सफलता को दर्शाता है।
- वैश्विक बाज़ारों में भारतीय निर्मित स्मार्टफोन की प्रतिस्पर्धात्मकता में वृद्धि।
आर्थिक प्रभाव
- विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि के माध्यम से भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
- विनिर्माण, आपूर्ति श्रृंखला और संबद्ध क्षेत्रों में नौकरियों का सृजन।
- अधिक निर्यात के माध्यम से व्यापार संतुलन में सुधार।
भविष्य का दृष्टिकोण
- प्रौद्योगिकी और विनिर्माण बुनियादी ढांचे में निरंतर निवेश।
- अंतर्राष्ट्रीय खरीदारों को आकर्षित करने के लिए नवाचार और प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण पर ध्यान केंद्रित करें।
- स्मार्टफोन उत्पादन के वैश्विक केंद्र के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत करना।
सारांश/स्थैतिक | विवरण |
चर्चा में क्यों? | भारत स्मार्टफोन बाजार में तीसरा सबसे बड़ा निर्यातक बनकर उभरा |
वैश्विक रैंक | तीसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन निर्यातक |
पिछला रैंक | (2019) 23वां |
निर्यात मूल्य (नवंबर 2024) | ₹20,395 करोड़ |
नवंबर 2023 तक वृद्धि | 92% वृद्धि (नवंबर 2023 में ₹10,634 करोड़) |
सरकारी पहल | उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना |
पीएलआई निर्यात लक्ष्य (वित्त वर्ष 2024-25) | कुल उत्पादन मूल्य का 70-75% |
आर्थिक प्रभाव | – विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ावा
– विनिर्माण एवं संबद्ध क्षेत्रों में रोजगार सृजन – व्यापार संतुलन में सुधार |
विकास को प्रेरित करने वाले कारक | – सरकारी नीतियां (पीएलआई योजना)
– घरेलू विनिर्माण आधार में वृद्धि – बुनियादी ढांचे और प्रौद्योगिकी में निवेश में वृद्धि |
भविष्य पर ध्यान | – वैश्विक बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करना
– नवाचार और प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण – अंतर्राष्ट्रीय खरीदारों को आकर्षित करें |