भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित सौर अनुसंधान संस्थानों में से एक को गौरवपूर्ण श्रद्धांजलि देते हुए, डाक विभाग ने कोडईकनाल सौर वेधशाला की 125वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक स्मारक डाक टिकट जारी किया। यह विमोचन 17 मई, 2025 को बेंगलुरु में भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान (आईआईए) में किया गया, जिसमें 1899 में अपनी स्थापना के बाद से सौर खगोल भौतिकी अनुसंधान में वेधशाला के ऐतिहासिक और वैज्ञानिक महत्व को मान्यता दी गई।
भारत की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित सौर अनुसंधान संस्थाओं में से एक कोडाईकनाल सौर वेधशाला (Kodaikanal Solar Observatory) की 125वीं वर्षगांठ (Quasquicentennial) के उपलक्ष्य में डाक विभाग (Department of Posts) ने 17 मई 2025 को एक स्मारक डाक टिकट जारी किया। यह आयोजन भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान (IIA), बेंगलुरु में आयोजित किया गया।
इस पहल का उद्देश्य भारत की सौर खगोलभौतिकी (solar astrophysics) में ऐतिहासिक और वैज्ञानिक उपलब्धियों को सम्मानित करना है।
स्थापना: 1 अप्रैल 1899
स्थान: तमिलनाडु, भारत
संबंधित संस्था: भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान (IIA)
विरासत: एक सदी से भी अधिक समय से भारत में सौर अनुसंधान का केंद्र
ऐतिहासिक दो गुंबदों वाली वेधशाला की इमारत को दर्शाया गया है।
दायां गुंबद: 6-इंच टेलीस्कोप (मूलतः 1850 में मद्रास वेधशाला में स्थापित; 1900 में कोडाईकनाल लाया गया)।
बायां गुंबद: 8-इंच टेलीस्कोप (1866 का; 1930 में कोडाईकनाल लाया गया)।
6 मई 2024 को ली गई H-Alpha छवि (सूर्य की हालिया छवि) को शामिल किया गया है।
IIA का लोगो और एक ‘बटरफ्लाई डायग्राम’ दर्शाया गया है, जो 1904 से 2020 तक सूर्य पर स्थित सनस्पॉट की स्थिति को दर्शाता है।
भारत के सौर अवलोकनों की 125 वर्षों की विरासत का सम्मान करना
वैश्विक सौर अनुसंधान में भारतीय विज्ञान के योगदान के प्रति जागरूकता बढ़ाना
डाक टिकट संग्रहकर्ताओं और अंतरिक्ष विज्ञान प्रेमियों के लिए एक फिलाटेलिक श्रद्धांजलि प्रदान करना
| सारांश/स्थिर जानकारी | विवरण (हिंदी में) |
| क्यों चर्चा में? | भारत ने सौर अनुसंधान के 125 वर्ष पूरे होने पर कोडाईकनाल वेधशाला पर डाक टिकट जारी किया |
| घटना | स्मारक डाक टिकट का विमोचन |
| उपलक्ष्य | कोडाईकनाल सौर वेधशाला की 125वीं वर्षगांठ |
| जारीकर्ता | डाक विभाग (Department of Posts) |
| प्रमुख व्यक्तित्व | ए.एस. किरण कुमार, एस. राजेन्द्र कुमार |
| स्थान | भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान (IIA), बेंगलुरु |
| टिकट पर चित्रित | दो गुंबदों वाली ऐतिहासिक इमारत, सूर्य की H-alpha छवि, IIA का लोगो, बटरफ्लाई डायग्राम |
| महत्त्व | सौर खगोलभौतिकी में भारत के योगदान को सम्मानित करता है |
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