भारत ने आधिकारिक रूप से बे ऑफ बंगाल प्रोग्राम इंटर-गवर्नमेंटल ऑर्गनाइजेशन (BOBP-IGO) की अध्यक्षता बांग्लादेश से अपने हाथों में ले ली है। यह बदलाव 13वीं गवर्निंग काउंसिल बैठक के दौरान माले, मालदीव में हुआ, जिसमें श्रीलंका, मालदीव और बांग्लादेश के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम 20 से 22 फरवरी 2025 तक मालदीव के मत्स्य एवं महासागर संसाधन मंत्रालय द्वारा BOBP-IGO के सहयोग से आयोजित किया गया था।
भारत के मत्स्य विभाग के सचिव डॉ. अभिलक्ष लखी के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अध्यक्षता ग्रहण की। उन्होंने सतत मत्स्य पालन, क्षेत्रीय सहयोग और छोटे मछुआरों के कल्याण के प्रति भारत की प्रतिबद्धता दोहराई। भारत के नेतृत्व में BOBP-IGO का फोकस समुद्री संसाधन प्रबंधन, क्षमता निर्माण, अनुसंधान, नीति निर्माण और अवैध, अनियमित और अनियंत्रित (IUU) मछली पकड़ने की रोकथाम पर रहेगा। यह नेतृत्व ‘विकसित भारत 2047’ दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो आर्थिक विकास के साथ पर्यावरणीय स्थिरता सुनिश्चित करता है।
भारत की अध्यक्षता के मुख्य बिंदु
1. नेतृत्व में परिवर्तन
- भारत ने 13वीं गवर्निंग काउंसिल बैठक में बांग्लादेश से BOBP-IGO की अध्यक्षता ग्रहण की।
- इस बदलाव के साक्षी श्रीलंका, मालदीव और बांग्लादेश के प्रतिनिधि बने।
- यह बदलाव “ईकोसिस्टम अप्रोच टू फिशरीज मैनेजमेंट (EAFM) इन स्मॉल-स्केल फिशरीज” सम्मेलन का हिस्सा था।
2. भारत के अध्यक्षता में मुख्य फोकस क्षेत्र
- सतत मत्स्य विकास और क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करना।
- छोटे मछुआरों के कल्याण को प्राथमिकता देना।
- समुद्री संसाधनों के प्रबंधन और जिम्मेदार मत्स्य पालन को बढ़ावा देना।
- प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण और अनुसंधान कार्यक्रमों को बढ़ावा देना।
- अवैध, अनियमित और अनियंत्रित (IUU) मछली पकड़ने के खिलाफ क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करना।
3. भारत के नेतृत्व की भूमिका
- नेतृत्व कर रहे हैं डॉ. अभिलक्ष लखी, सचिव, मत्स्य विभाग, भारत सरकार।
- सतत मत्स्य प्रबंधन के लिए नीति नवाचार को बढ़ावा देने का लक्ष्य।
- तकनीकी उन्नति, ज्ञान आदान-प्रदान और डेटा साझाकरण को प्राथमिकता देना।
4. वैश्विक और राष्ट्रीय लक्ष्यों के साथ भारत की रणनीति
- भारत का नेतृत्व ‘विकसित भारत 2047’ दृष्टिकोण के अनुरूप है।
- यह गरीबी उन्मूलन, आर्थिक विकास और समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र संरक्षण को समर्थन देता है।
- भारत को इन अंतरराष्ट्रीय संगठनों का समर्थन मिलने की उम्मीद –
- संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन (FAO)
- दक्षिण-पूर्व एशियाई मत्स्य विकास केंद्र (SEAFDEC)
- संयुक्त राष्ट्र मादक पदार्थ एवं अपराध कार्यालय (UNODC)
5. भारत की अध्यक्षता में भविष्य की संभावनाएँ
- छोटे मछुआरों की आजीविका को मजबूत करना और आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करना।
- बंगाल की खाड़ी के देशों में जिम्मेदार मत्स्य पालन को प्रोत्साहित करना।
- क्षेत्रीय नीतियों को मजबूत कर ब्लू इकोनॉमी को बढ़ावा देना।