भारत ने वैश्विक और एशियाई स्तर पर नई उपलब्धि हासिल की है। भारत को 2024 के लिए एशिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र में आपदा जोखिम को कम करने, सहयोग करने के लिए बने अंतरराष्ट्रीय संगठन एशियाई आपदा तैयारी केंद्र का अध्यक्ष बनाया गया है।
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के सदस्य और एचओडी राजेंद्र सिंह ने अध्यक्ष का पदभार संभाला। अब तक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना इस संगठन की कमान संभाल रहा था।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत आपदा जोखिम न्यूनीकरण में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरा है, विशेष रूप से आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना गठबंधन (CDRI) की स्थापना के माध्यम से। ADPC में देश का नेतृत्व DRR को आगे बढ़ाने और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में जलवायु लचीलापन बनाने के लिए इसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
गृह मंत्रालय की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने आपदा जोखिम को कम करने के लिए वैश्विक और क्षेत्रीय स्तर पर नेतृत्व किया है। भारत ने इस दिशा में कई पहल कीं।
खासकर आपदा से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय गठबंधन करते हुए आपदा के लिए बुनियादी ढांचा तैयार किया है। बता दें कि ADPC में बांग्लादेश, कंबोडिया, चाइना, नेपाल, पाकिस्तान, फिलीपींस, श्रीलंका और थाईलैंड सदस्य देश हैं। भारत ने 25 जुलाई को बैंकॉक में एडीपीसी पांचवी बोर्ड बैठक की अध्यक्षता भी की।
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