वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भरोसा जताया है कि वित्त वर्ष 2027-28 तक भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी के साथ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा और 2047 तक भारत 30 ट्रिलियन डॉलर जीडीपी के साथ विकसित अर्थव्यवस्था बन जाएगा। फिलहाल भारत की अर्थवयवस्था 3.4 ट्रिलियन डॉलर की है और अमेरिका चीन, जापान और जर्मनी के बाद पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है।
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समित 2024 को किया संबोधित
वित्त मंत्री ने गुजरात के गांधीनगर में हो रहे वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समित 2024 को संबोधित करते हुए कहा कि 2047 में भारत की आजादी के 100 साल पूरे हो जायेंगे तो इस अमृतकाल के दौरान सनराइज इंडस्ट्रीज यानि उभरते हुए सेक्टरों पर इस अवधि के दौरान खासा जोर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के 9 सालों के कार्यकाल में एफडीआई पॉलिसी के चलते देश में 595 बिलियन डॉलर का विदेशी निवेश आकर्षित करने में मदद मिली है।
निर्मला सीतारमण ने कहा, 2027-28 तक इस बात के आसार हैं कि हम दुनिया की तीसरी बड़ी इकोनॉमी होंगे और हमारा जीडीपी 5 ट्रिलियन डॉलर के पार चला जाएगा। उन्होंने कहा कि 2047 तक हमारा अनुमान है कि हम 30 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी तक पहुंचने में कामयाब होंगे। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के बाद की चुनौतियों से भारतीयों ने सामना किया है और अर्थव्यवस्था में रिकवरी बेहद मजबूत देखी जा रही है। निर्मला सीतारमण ने कहा कि 2047 तक भारत के विकसित अर्थव्यवस्था बनने की राह में गुजरात भारत के इंजन के तौर पर कार्य करेगा।
देश की 5 फीसदी आबादी
वित्त मंत्री ने समिट में कहा कि गुजरात में देश की 5 फीसदी आबादी रहती है लेकिन देश के जीडीपी में उसका योगदान 8.5 फीसदी है। उन्होंने कहा कि 2011 से 2014 के दौरान सालाना 12 फीसदी के ग्रोथ से राज्य आगे बढ़ रहा है जबकि राष्ट्रीय औसत 10.4 फीसदी है। उन्होंने कहा कि भारत इन हाउस सेमीकंडक्टर उत्पादक बनने जा रहा है और इलेक्ट्रिक व्हीकल को बड़े पैमाने पर यहां अपनाया जा रहा है। उन्होंने इसका श्रेय सरकार के एफडीआई पॉलिसी को दिया है।