IMPRINT India योजना, “अनुसंधान नवाचार और प्रौद्योगिकी को प्रभावित करने” का एक संक्षिप्त रूप है, जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग और भारत में मानव संसाधन विकास मंत्रालय के बीच एक सहयोगी पहल है। कार्यक्रम का उद्देश्य दस महत्वपूर्ण डोमेन में प्रमुख इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी चुनौतियों को संबोधित करके देश में अनुसंधान और नवाचार को मजबूत करना है।स्वदेशी अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देकर, IMPRINT इंडिया विदेशी प्रौद्योगिकी पर निर्भरता को कम करना और देश की आत्मनिर्भरता को बढ़ाना चाहता है। यह लेख IMPRINT India योजना के उद्देश्यों, विशेषताओं, कार्यक्षमता, लाभों और दृष्टि की पड़ताल करता है।
IMPRINT इंडिया कार्यक्रम के प्राथमिक उद्देश्य इस प्रकार हैं:
प्रासंगिकता के क्षेत्रों की पहचान करें: इस योजना का उद्देश्य समाज में उन क्षेत्रों की पहचान करना है जिन्हें तत्काल नवाचार और तकनीकी हस्तक्षेप की आवश्यकता है। चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करके, IMPRINT इंडिया यह सुनिश्चित करता है कि अनुसंधान प्रयास राष्ट्र की जरूरतों और आकांक्षाओं के साथ संरेखित हों।
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IMPRINT India को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) और भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) की संयुक्त पहल के रूप में लॉन्च किया गया था। कार्यक्रम विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग और मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा समर्थित है। प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों और सरकारी निकायों के बीच यह सहयोग भारत में अनुसंधान, विकास और तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
IMPRINT India योजना का दृष्टिकोण एक मजबूत अनुसंधान और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करना है जो देश की प्रमुख तकनीकी चुनौतियों को संबोधित करता है।
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