वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक की रिपोर्ट के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund) ने भारतीय अर्थव्यवस्था के वित्त वर्ष 2020-21 के लिए जारी अपने पूर्व अनुमान को कोविड मामलों में हो रही लगातार वृद्धि के कारण -4.5 प्रतिशत से बढाकर -10.3 प्रतिशत कर दिया है।
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हालांकि, आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2021-22 में भारत की जीडीपी सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था की स्थिति पाकर 8.8 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान जताया है, जो पहले 6 प्रतिशत आंका गया था। वहीँ दूसरी ओर, IMF ने 2020 में विश्व अर्थव्यवस्था के 4.4 प्रतिशत नेगेटिव रहने की संभावना जताई है, जिसे पहले -5.2 प्रतिशत आंका गया था।
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