वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक की रिपोर्ट के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund) ने भारतीय अर्थव्यवस्था के वित्त वर्ष 2020-21 के लिए जारी अपने पूर्व अनुमान को कोविड मामलों में हो रही लगातार वृद्धि के कारण -4.5 प्रतिशत से बढाकर -10.3 प्रतिशत कर दिया है।
WARRIOR 3.0 | Banking Awareness Batch for SBI, RRB, RBI and IBPS Exams | Bilingual | Live Class
हालांकि, आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2021-22 में भारत की जीडीपी सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था की स्थिति पाकर 8.8 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान जताया है, जो पहले 6 प्रतिशत आंका गया था। वहीँ दूसरी ओर, IMF ने 2020 में विश्व अर्थव्यवस्था के 4.4 प्रतिशत नेगेटिव रहने की संभावना जताई है, जिसे पहले -5.2 प्रतिशत आंका गया था।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
मेघालय को भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) द्वारा दो श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला…
कोलकाता के विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन में 13 अप्रैल 2025 को मोहन बागान सुपर जायंट…
विश्व कला दिवस हर साल 15 अप्रैल को मनाया जाता है, ताकि कला की सार्वभौमिक…
भारत की समृद्ध जैव विविधता एक बार फिर वैज्ञानिकों को चौंकाने में सफल रही है।…
डॉ. भीमराव अंबेडकर की 135वीं जयंती के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ…
ट्रंप प्रशासन ने अप्रैल 2025 में हार्वर्ड विश्वविद्यालय को मिलने वाली लगभग 2.3 अरब डॉलर…