भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास के शोधकर्ताओं ने एक ‘ओशन वेव एनर्जी कन्वर्टर’ विकसित किया है जो समुद्री तरंगों से बिजली उत्पन्न कर सकता है। इस उपकरण का परीक्षण नवंबर 2022 के दूसरे सप्ताह के दौरान सफलतापूर्वक पूरा किया गया था। इस उपकरण को तमिलनाडु के तूतीकोरिन के तट से लगभग 6 किलोमीटर दूर 20 मीटर की गहराई वाले स्थान पर तैनात किया गया था। यह उपकरण अगले तीन वर्षों में समुद्र की लहरों से एक मेगावाट बिजली पैदा करने का लक्ष्य रखता है।
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